रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की आर्थिक स्थिति को विधानसभा में रखा. उन्होंने कहा कि "राज्य के चालू साल के आर्थिक सर्वेक्षण के हिसाब से साल 2021-22 की तुलना में चालू साल की जीडीपी में 08 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान लगाया गया है. वहीं इसी दौरान भारत सरकार के जीडीपी में 07 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमानित है."
ये है औद्योगिक क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं
- उद्यानिकी प्रयोगों के प्रदर्शन के लिए नवा रायपुर में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की घोषणा की गई है.
- राजनांदगांव, रायगढ़ जिले में नवीन उर्वरक प्रयोगशाला की स्थापना की घोषणा. रासायनिक और जैविक कीटनाशकों की गुणवत्ता युक्त परीक्षण के लिए रायपुर में नवीन प्रयोगशाला की स्थापना का प्रावधान किया गया है.
- महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क की स्थापना के तर्ज पर शहरी क्षेत्र में भी औद्योगिक पार्क की स्थापना की जायेगी. औद्योगिक पार्कों में लघु और कुटीर उद्योगों की स्थापना के प्रोत्साहन के लिए 50 करोड़ का प्रावधान किया गया है.
- कोरबा पश्चिम में नवीन ताप विद्युत गृह की स्थापना की जायेगी. बजट में इसके लिए 25 करोड़ का प्रावधान किया गया है.
जीडीपी के एवरेज बढ़ने का अनुमान: सीएम ने कहा कि "राज्य का जीडीपी साल 2021-22 में 04 लाख 06 हजार 416 करोड़ से बढ़कर साल 2022-23 में 04 लाख 57 हजार 608 करोड़ होने का अनुमान है. जो पिछले साल की तुलना में 12.60 प्रतिशत अधिक है. साल 2021-22 में प्रति व्यक्ति आय 01 लाख 20 हजार 704 रूपये की तुलना में साल 2022-23 में 01 लाख 33 हजार 898 रूपये होने का अनुमान है. जो कि पिछले साल की तुलना में 10.93 प्रतिशत अधिक है. साल 2022-23 के राज्य बजट में केन्द्रीय करों और केन्द्रीय सहायता ग्रांट मद में 44 हजार 573 करोड़ का प्रावधान रखा गया था. साल 2023-24 के केन्द्रीय बजट को देखते हुए इस साल राज्य के बजट में कुल 49 हजार 800 करोड़ की राशि केन्द्र से मिलने का अनुमान है."
राजस्व बढ़ने का अनुमान: सीएम ने कहा कि "साल 2022-23 के बजट में राज्य के स्वयं के कर और करेत्तर राजस्व से 44 हजार 500 करोड़ की प्राप्ति का अनुमान था. साल 2023-24 में राज्य के राजस्व स्रोतों से 56 हजार 200 करोड़ प्राप्त होने का अनुमान है. इस प्रकार केन्द्रीय प्राप्तियों में 11.73 प्रतिशत और राज्य के राजस्व प्राप्तियों में 26.30 प्रतिशत की वृद्धि अनुमानित है."
सीएम ने कहा कि "साल 2022-23 में स्थिर भाव पर कृषि क्षेत्र में भारत सरकार की अनुमानित वृद्धि दर 3.5 प्रतिशत की तुलना में राज्य में 5.93 प्रतिशत की दर से वृद्धि का अनुमान है. स्थिर भाव पर औद्योगिक क्षेत्र में भारत सरकार की अनुमानित वृद्धि दर 4.1 प्रतिशत की तुलना में राज्य में 7.83 प्रतिशत की दर से वृद्धि का अनुमान है. स्थिर भाव पर सेवा क्षेत्र में भारत सरकार की अनुमानित वृद्धि दर 9.1 प्रतिशत की तुलना में राज्य में 9.21 प्रतिशत की दर से वृद्धि का अनुमान है. इस तरह से कृषि, उद्योग और सेवा तीनों ही क्षेत्र में राज्य की वृद्धि दर केन्द्र से अधिक अनुमानित है."