रायपुर: छत्तीसगढ़ भाजपा ने केशकाल गैंगरेप पर राज्य सरकार को जमकर घेरा है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय और छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रवक्ता राजेश मूणत ने राज्य सरकार पर साधा निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में जब से कांग्रेस सत्ता में आई है, तब से दलितों/आदिवासियों समेत समाज के हर वर्ग के खिलाफ अपराध में बेतहाशा वृद्धि हुई है. विष्णुदेव साय ने कहा कि कुछ मामलों में कांग्रेस के नेताओं की संलिप्तता भी देखी गई है.
बीजेपी ने छत्तीसगढ़ के नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया पर भी जमकर हमला बोला. विष्णुदेव साय ने कहा कि मंत्रीजी यहां हो रही वारदातों को छोटा बता देते हैं. जिसपर न तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने और न ही स्वयं मंत्रीजी ने माफी मांगी. न ही माफी मांगना मुनासिब समझा.
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केशकाल घटना सरकार ने छिपाई !
बीजेपी ने कहा कि 'अभी एक दर्दनाक घटना केशकाल से सामने आई है. जहां एक युवती से 7-7 दरिदों ने सामूहिक दुष्कर्म किया. इतना ही नहीं दुष्कर्म की शिकार हुई युवती को जब कहीं से न्याय नहीं मिली तो उसने आत्महत्या भी कर ली. फिर भी मामले को दबाने की कोशिश की गई. अंत में परेशान होकर पीड़िता के पिता ने भी आत्महत्या की कोशिश की, तब जाकर मामला बाहर आ पाया है. लगातार ऐसी घटनाएं होना और उसकी रिपोर्ट तक नहीं लिखाने के पीछे सरकार का यह अलिखित आदेश है कि ऐसी कोई घटना दर्ज न किये जायें. ऐसा इसलिए क्योंकि राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो के आंकड़े में प्रदेश में अपराधों की संख्या में लगातार वृद्धि का खुलासा हो रहा है. ऐसे में अपराध कम करने, दोषियों के खिलाफ कारवाई करने से अधिक ध्यान सरकार का मामले को छिपाने पर है, यह स्पष्ट दिख रहा है.'
पैसे लेने का आरोप
बीजेपी ने कहा कि, 'खबर के अनुसार किशोरी की आत्महत्या की खबर से उस गांव में एक बैठक की गई. जिसके बाद घटना में शामिल आरोपियों को थाना बुलाकर उनसे 15-15 हजार रुपये लेने की भी बात सामने आ रही है.' बीजेपी ने कहा, 'यह कहते हुए अपार कष्ट हो रहा है कि इस सरकार में प्रदेश की माताओं-बहनों के सम्मान और प्राण की यहीं कीमत रह गई है.'
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9 महीने के अंदर 104 केस
उन्होंने कहा कि, 'पीड़ित पक्ष ने दूसरे दिन ही थाने में अपराध पंजीबद्ध कराने की बात कही है, लेकिन किसके दबाव में एफआईआर दर्ज नहीं हुई, क्यों पीड़ित के पिता को दो महीने से पुलिस थाने के चक्कर लगाने पड़े. इससे पहले धरमजयगढ़ में कांग्रेस नेता और पूर्व जनपद सदस्य, कोल माफिया अमृत तिर्की द्वारा दुष्कर्म की बात हो, सुकमा, रायगढ़, बलरामपुर आदि की घटना हो. किसी भी मामले में शासन के किसी जिम्मेदार व्यक्ति के कान पर जूं नहीं रेंगी है. बलरामपुर की खबर देखकर तो रोंगटे खड़े हो जायें. वहां 9 माह के भीतर 104 केस सामने आये हैं. जिसमें 79 तो केवल नाबालिगों के खिलाफ अपराध दर्ज हुए हैं. मतलब बलरामपुर जिले में ही तीन में लगभग एक रेप की घटना हो रही है.
पत्रकार पिटाई मामले में भी घेरा
बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, छत्तीसगढ़ में हर तरह का माफिया का राज हो गया है. इन दिनों माफिया के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे जन-प्रतिनिधियों/पत्रकारों तक के साथ बर्बरता करने से बाज नहीं आ रहे हैं. बीजेपी ने कहा कि, कांग्रेस के गुंडे पत्रकारों के बर्बरता कर रहे हैं, जिसकी झलक कांकेर में भी देखी गई. ऐसी तमाम घटनाओं में कांग्रेस सरकार न केवल हाथ पर हाथ धरे बैठी है बल्कि तमाम अपराधों में भागीदार भी है