पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के बाद महागठबंधन के अहम दल कांग्रेस में घमासान जारी है. कांग्रेस विधायक दल की बैठक में पार्टी के कार्यकर्ता ही आपस में ही भिड़ गए. बताया जा रहा है कि सदाकत आश्रम में चल रही कांग्रेस की बैठक में कांग्रेस विधायक विजय शंकर दुबे और कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ के समर्थकों के बीच झड़प हो गई. जानकारी के अनुसार कांग्रेस विधायक दल का नेता चुने जाने को लेकर आलाकामान को हस्तक्षेप करना पड़ा. इसके बाद विधायक दल के नेता के नाम पर सहमति बन गई.
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कार्यकर्ताओं ने विजय शंकर दुबे को विधायक दल नेता के रूप में स्वीकारने से मना कर दिया. कार्यकर्ताओं की मांग है कि बिक्रम से जीते सिद्धार्थ को विधायक दल का नेता चुना जाए. सिद्धार्थ के समर्थन में पहुंचे कार्यकर्ताओं ने कहा कि सिद्धार्थ में सभी नेता और कार्यकर्ताओं को एक साथ लेकर चलने की क्षमता है. लिहाजा उन्हें ही विधायक दल का नेता चुना जाए, नहीं तो पार्टी टूट जाएगी.
क्या कहते हैं भूपेश बघेल
भूपेश बघेल ने बताया कि सभी विधायकों से बात करने के बाद बिहार के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल और रणदीप सिंह सुरजेवाला से फोन पर बात कर नाम की अनुशंसा की गई. इसके बाद पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अजीत शर्मा को बिहार कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया.
बघेल ने बताया कि कस्बा के विधायक मोहम्मद अफाक आलम को विधायक दल का उपनेता चुना गया है. वहीं, एक बार फिर से कुटुंबा के विधायक राजेश राम को चीफ व्हिप नियुक्त किया गया. डिप्टी चीफ गेस्ट के तौर पर खगड़िया के नवनिर्वाचित विधायक छत्रपति यादव और राजापाकर के नवनिर्वाचित विधायक प्रतिमा दास को नियुक्त किया गया.
जनता के मुद्दों को मजबूती से सदन में उठाया जाएगा
विधायक दल के ट्रेजर के रूप में औरंगाबाद विधायक आनंद शंकर को नियुक्त किया गया. मौके पर मौजूद विधायक अजीत शर्मा ने पार्टी का आभार व्यक्त करते हुए मजबूती से काम करने का वादा किया. उन्होंने कहा कि पार्टी के साथ-साथ जनता के मुद्दों को मजबूती से सदन में उठाया जाएगा. कांग्रेस के सभी नवनिर्वाचित विधायक एकजुट हैं और कोई कहीं नहीं जाएगा. वहीं कस्बा के विधायक व डिप्टी सीएलपी लीडर अफाक आलम ने कहा कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने जो जिम्मेवारी सौंपी है उसे पूरी निष्ठा के साथ निभाएंगे. साथ ही पार्टी के विधायकों का आभार भी जताया.
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सीएम बघेल ने विधायकों से की बात
विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद आगे की रणनीति पर चर्चा के लिए सभी नवनिर्वाचित विधायकों को आना था. बैठक कराने के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन अविनाश पांडेय भी पहुंचे थे. यह हंगामा उनकी मौजूदगी में हुआ. इस दौरान विजय शंकर दुबे और कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ के समर्थकों को बीच गाली-गलौज और हाथापाई भी हुई. बैठक के बाद छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने वहां मौजूद सभी विधायकों से वन-टू-वन बात की है.