रायपुर: दूसरे चरण का मतदान शांतिपूर्ण तरीके से खत्म हो गया. गांव गरीब आदिवासी से लेकर शहर तक में लोगों ने शांति से अपना वोट डाला. आपने कभी सोचा है. जिस वोट को डालकर आप घर लौट जाते हैं. चौक चौराहों पर चर्चा कर भूल जाते हैं. उस एक एक वोट को सफल बनाने की तैयारी में चुनाव आयोग के कर्मचारी कई रात सोते नहीं हैं. चुनाव के 2 महीने पहले से लेकर नतीजे आने तक एक पांव पर खड़े होकर काम करते हैं. चुनाव आयोग और उसके कर्मचारी उसी दिन चैन की नींद सोते हैं जब नतीजे आ जाते हैं. लेकिन हम तब भी उनको याद नहीं करते.
मेहनत जो आंकड़ों में दर्ज नहीं होता: पहले चरण में 20 विधानसभा सीटों पर 7 नवंबर को मतदान हुआ. दूसरा चरण में शुक्रवार को 70 सीटों के लिए मतदान सम्पन्न हुआ. चुनाव आयोग के आंकड़ों पर नजर डालें तो 70 विधानसभा सीटों के लिए कुल 1 करोड़ 63 लाख 14 हजार 479 मतदाता वोटर लिस्ट में थे. पुरुष मतदाताओं की संख्या 81 लाख 41 हजार 624 थी जबकी महिला वोटरों की संख्या 81 लाख 41 हजार 624 दर्ज थी. थर्ड जेंडर के 684 लोग भी मतदान लिस्ट में शामिल थे. 18 से 19 साल के वोटरों की संख्या इस बार 5 लाख 64 हजार 968 थी. 20 से 29 साल के वोटरों की बात करें तो उनकी संख्या 38 लाख 65 हजार 604 थी. 30 से 40 साल के वोटरों की संख्या इस बार 51 लाख 75 हजार 42 रही. 41 से 60 साल के मतदाताओं की संख्या 49 लाख 94 हजार 375 थी. 41 से 60 साल के वोटरों की गिनती 49 लाख 94 हजार 375 रही. अंत में 60 साल से ऊपर के मतदाताओं की गिनती इस बार 17 लाख 14 हजार 508 रही.
लोकतंत्र का महापर्व संपन्न: दूसरे चरण के मतदान को सफल बनाने के लिए आयोग ने 18 हजार 806 मतदान केंद्र बनाए थे. 70 सीटों के लिए दूसरे चरण में कुल 958 प्रत्याशी मैदान में उतरे थे. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक एवरेज एक मतदान केंद्र पर 868 मतदाता थे. चुनाव आयोग ने 700 ऐसे मतदान केंद्र बनाए थे जिनपर पूरी तरह से महिला मतदान दल तैनात था. आयोग ने 70 ऐसे केंद्र भी बनाए थे जिनको दिव्यांग मतदान कर्मियों ने संभाला. 350 मॉडल पोलिंग स्टेशन भी मतदाताओं को ध्यान में रखकर बनाया गया था. वेब कॉस्टिंग के जरिए लोग आसानी से वोट डाल सकें इसके लिए 9 हजार 424 केंद्र बनाए गए थे. वोटिंग को सफल बनाने के लिए आयोग ने 22 हजार 918 कंट्रोल यूनिट बनाया था. सफल चुनाव के लिए 24 हजार 816 वीवीपैट मशीनों का इस्तेमाल चुनाव आयोग ने मतदान केंद्रों पर किया.
काम आई कड़ी मेहनत: चुनाव आयोग का टैग लाइन है ''आपके भविष्य का फैसला आपके वोट से होगा'' हमारे इस एक वोट के लिए आयोग कड़ी मेहनत करता है ताकि लोकतंत्र की जड़े और नींव दोनों मजबूत हों. जिस तरह से सरहद पर तैनात जवान देश की सुरक्षा कहता है ताकि हम चैन की नींद सो सके. उसी तरह से लोकतंत्र तभी मजबूत होगा जब चुनाव आयोग सुरक्षित और सक्षम होगा.