रायपुर: कोरोना काल की वजह से करीब 6 महीने तक सारे व्यापार प्रभावित हुए हैं. लेकिन अब त्योहारों का सीजन शुरू होते ही बाजारों में रौनक देखने को मिली है. राजधानी के बाजार में धनतेरस और दिवाली का कारोबार पिछले साल की तुलना में इस साल भी अच्छा ही हुआ है. क्योंकि कोरोना की वजह से पिछले 6 महीने से बर्तन, सराफा, कपड़ा और होम अप्लायंस का कारोबार पूरी तरह से ठप पड़ गया था. लेकिन त्योहारी सीजन में बाजार एक बार फिर से गुलजार हो गए हैं.
ग्राहकों ने भी इस दिवाली जमकर खरीदी की. धनतेरस के दिन लोगों ने ज्वेलरी, बर्तन, कपड़े, होम अप्लायंस सहीत कई सामानों की खरीदी की. इस साल धनतेरस के मौके पर लोगों ने आर्थिक तंगी और पैसों की कमी के बावजूद घरेलू सामान की खरीदी की. लोगों का कहना था कि कोरोना के बावजूद त्योहारों को लेकर सभी में उत्साह देखने को मिला. पैसे नहीं होने की वजह से लोगों ने फाइनेंस और डाउन पेमेंट के जरिए सामानों की खरीदी की. जिसमें लोगों को कैशबैक भी मिला. इन सब के बीच अच्छी बात ये रही कि इस बार धनतेरस 2 दिन होने के कारण भी बाजारों में रौनक देखने को मिली.
जमकर हुई कपड़ों की खरीदी
दिवाली के मौके पर टेक्सटाइल मार्केट की बात की जाए तो राजधानी के सबसे पुराने, पंडरी कपड़ा मार्केट में जमकर खरीदी हुई. बल्कि पिछले साल के मुकाबले इस बार ज्यादा खरीदी हुई. पिछले साल छत्तीसगढ़ टेक्सटाइल मार्केट में धनतेरस में करीब 150 करोड़ रुपए का व्यापार हुआ था. लेकिन इस साल ये आंकड़ा बढ़कर करीब 250 से 300 करोड़ रूपये तक जा पहुंचा. अकेले रायपुर में पिछले साल 100 करोड़ रुपए का टेक्सटाइल मार्केट का व्यापार हुआ था. इस साल यह बढ़कर करीब 150 से 200 करोड़ रूपये तक पहुंच गया. कुल मिलाकर इस साल का त्योहार टेक्सटाइल मार्केट के लिए फायदे का कारोबार रहा.
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बर्तन कारोबार में आई कमी
बर्तन कारोबार की बात करें तो पिछले साल की तुलना में इस साल बर्तन का कारोबार करीब 30 प्रतिशत कम हुआ है. बाजार में रौनक तो जरूर थी, लेकिन कोरोना की वजह से लोगों ने बर्तनों की खरीदी कम की है. जिसके कारण बर्तन के कारोबार में इस धनतेरस में कमी देखने को मिली. फिर भी लोगों ने धनतेरस में भले ही कम लेकिन बर्तनों की खरीदी जरूर की.
बढ़ी होम अप्लायंस की बिक्री
होम एप्लायंस मार्केट में इस बार वाशिंग मशीन, एलईडी, AC, गीजर, वाटर फिल्टर, फ्रिज जैसे अन्य सामानों की डिमांड रही. पिछले साल के मुकाबले इस साल इनकी बिक्री करीब 30 प्रतिशत बढ़ी है. कारोबारियों को डर जरूर था कि कोरोना काल में व्यापार होगा या नहीं, लेकिन त्योहारों में उत्साह भी देखने को मिला और पिछले साल की तुलना में व्यापार में बढ़त भी दर्ज की गई. रायपुर में इस कारोबार में करीब 10 करोड़ रुपए का व्यापार ज्यादा हुआ है. पिछले साल यह आंकड़ा करीब 30 करोड़ रुपए का था. जो इस साल बढ़कर करीब 40 करोड़ रुपए तक पहुंच गया.
सराफा में 500 करोड़ का करोबार
रायपुर सराफा बाजार की अगर बात की जाए तो अन्य कारोबार की तुलना में सराफा बाजार में भी ग्राहकी को लेकर रौनक और उत्साह देखने को मिला. लोगों ने जमकर अपनी गहनों की खरीदी की. कोविड-19 संक्रमण की वजह से सराफा बाजार भी पिछले 6 महीने से प्रभावित था. लेकिन त्योहारी सीजन में यहां पर भी लोगों की भीड़ देखने को मिली. सराफा व्यापारी का कहना है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल भी सराफा का कारोबार बराबर रहा. पूरे छत्तीसगढ़ में करीब 500 करोड़ का कारोबार हुआ है. कुल मिलाकर इस बार दिवाली में लगभग सभी कारोबार ठीक ही रहे. बस बर्तन कारोबार इस बार कुछ प्रभावित हुआ.