रायपुर : छत्तीसगढ़ में नक्सल समस्या एक नासूर बन गई है. इसे लेकर पूर्व की भाजपा सरकार और वर्तमान की कांग्रेस सरकार बड़े-बड़े दावे तो करती रही है, लेकिन दोनों ही सरकारों के शासनकाल में नक्सल समस्या कम नहीं हुई है.
छत्तीसगढ़ में नक्सली एक के बाद एक अपने नाकाम मंसूबों को अंजाम दे रहे हैं. बीते कुछ दिनों में नक्सलियों ने लगातार पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाते कई आदिवासियों की हत्या कर दी है. नक्सली बस्तर के इलाकों में आए दिन जन अदालत लगा रहे हैं, जिसकी जानकारी तक पुलिस तक नहीं पहुंच रही है. जिसे लेकर विपक्ष सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है. वहीं सत्ता पक्ष नक्सलियों के लिए वर्तमान में विपक्ष और पहले की सरकार पर निशाना साध रहा है.
नक्सली घटनाओं को लेकर बीजेपी के सवालों पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि बीजेपी के पास कोई काम नहीं है, इसलिए बीजेपी ऐसे आरोप लगा रही है. साहू ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी के 15 सालों के शासन के कारण आज प्रदेश में ऐसी स्थिति निर्मित हुई है. ताम्रध्वज साहू ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ पिछले 15 सालों में जो काम बीजेपी सरकार ने नहीं किया, वह पिछले 8 महीने में ही कांग्रेस की सरकार ने कर दिखाया है.
उन्होंने बताया कि कांग्रेस की 8 महीनों की सरकार में छत्तीसगढ़ में नक्सलियों की एक बड़ी घटना सामने नहीं आई है, जबकि बीजेपी के 15 साल के कार्यकाल में आदिवासियों सबसे ज्यादा मौत हुई है. गृह मंत्री ने कहा कि बीजेपी शासनकाल में नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण दिखावे के लिए कराया जाता था और उस दौरान भरमार बंदूक बरामद की जाती थी, लेकिन अब नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण भी किया जा रहा है और उनसे एके-47 जैसे बड़े हथियार मिल रहे हैं. ताम्रध्वज साहू ने कहा कि अबूझमाड़ में भी अब हमारे जवानों ने घुसकर नक्सलियों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए बड़ी कार्रवाई की है. सरकार लगातार नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर रही है.