रायपुर: बलरामपुर में एक गरीब महिला की मौत का मामला अब गरमाने लगा है. इस मुद्दे को लेकर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने प्रदेश से बैरिकेड्स हटाने के अलावा पीड़ित परिवार को मुआवजा और दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है. इसके साथ ही इस पूरे मामले की जांच के लिए बीजेपी ने विधायक दल कमेटी का गठन किया है, जो पूरे मामले की जांच करेगी.
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि बलरामपुर जिले के एक पुलिस बैरियर में इलाज के लिए जा रही महिला को अनावश्यक रोके जाने से उसकी वहीं पर मौत हो गई. यह बहुत ही शर्मनाक और गंभीर घटना है. इस पूरे मामले की जांच भाजपा विधायक दल करेगी. उन्होंने आगे बताया कि इस जांच दल के अध्यक्ष विधायक शिवरतन शर्मा और सदस्य विधायक नारायण चंदेल और कृष्णमूर्ति बांधी होंगी. उन्होंने आगे छत्तीसगढ़ सरकार से मांग की है कि इस तरह से अमानवीय कृत्य करने वाले दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. उनपर अपराधिक प्रकरण भी दर्ज किया जाना चाहिए.
3 अगस्त की है घटना
बता दें, 3 अगस्त को बलरामपुर में रहने वाली महिला के पति ने प्राइवेट गाड़ी बुक कराकर महिला का इलाज कराने के लिए निकला था, लेकिन रास्ते में ही उसे पुलिस ने बेरिकेड्स पर रोक लिया. इतना ही नहीं उसे इलाज कराने के लिए आगे नहीं जाने दिया गया. महिला और उसके पति को वापस उनके घर भेज दिया गया, लेकिन महिला की रास्ते में हालत खराब हुई, जिससे उसकी मौत हो गई. इसके बाद गाड़ीवाले ने भी महिला की लाश को बीच सड़क पर छोड़ दिया.
नेता प्रतिपक्ष ने पुलिस अधिकारियों पर लगाए आरोप
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर की गैना गांव की रहने वाली महिला बिहाती को इलाज के लिए उसके पति रामाधर पनिक अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज ले जा रहे थे. उनके पास इलाज के जरूरी दस्तावेज भी थे. उसके बाद भी पुलिस ने लंबे समय तक किन कारणों से चेक पोस्ट पर रोके रखा. यह जांच का विषय है. नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि लंबे समय तक महिला को रोके जाने के कारण उसकी वहीं पर मौत हो गई. इस घटना के बाद महिला के शव को वाहन चालक ने जंगल में छोड़ दिया.
मामले की निष्पक्ष जांच करते की मांग
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि इस मामले की जितनी निंदा की जाए वह कम है. पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करते हुए दोषियों के खिलाफ तत्काल सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. साथ ही निलंबित भी किया जाना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने प्रदेश सरकार से इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. साथ ही पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की भी मांग की है.
नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार की बेरिकेड्स लगाने को लेकर भी सवाल उठाए हैं. नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने स्पष्ट आरोप लगाया कि सरकार ने पैसे कमाने के लिए बेरिकेड्स या नाका लगाने का फैसला लिया है.
सरकार को सबसे पहले बैरिकेड्स को हटाना चाहिए
नेता प्रतिपक्ष यहीं नहीं ठहरे सरकार पर ताबाड़तोड़ हमला करते रहे. उन्होंने कहा कि आम लोगों को बेरिकेड़्स की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. शासन के निर्देश का पालन करते हुए पुलिसकर्मियों से गलती हुई है, जिसकी वजह से एक गरीब महिला की मौत हो गई. लिहाजा सरकार को सबसे पहले बैरिकेड्स को हटा देना चाहिए.