रायपुरः राजधानी के सबसे बड़े बस अड्डे का पता बदल चुका है. नया बस स्टैंड अब भाठागांव (bhatagaon) में होगा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 20 अगस्त को भाठागांव में नवनिर्मित अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल का लोकार्पण कर दिया है. कुछ ही दिनों में पंडरी बस स्टैंड (pandri bus stand) की शिफ्टिंग पूरी तरह भाठागांव में हो जाएगी. बस स्टैंड शिफ्ट करने को लेकर तेजी से काम चल रहा है. इसी बीच पंडरी बस स्टैंड में व्यवसाय करने वाले लोगों की मुसीबतें बढ़ गई हैं. पंडरी बस स्टैंड के आसपास व्यापार करने वाले छोटे-छोटे व्यवसाइयों और दुकानदारों को अब यह चिंता सताने लगी है कि आने वाले दिनों में उनके व्यवसाय का क्या हाल होगा, उनका गुजर-बसर कैसे हो सकेगा.
बस स्टैंड के आसपास दुकानों के संचालकों ने बताया कि अभी बस स्टैंड वहां शिफ्ट हो रहा है लेकिन हम लोगों के बारे में कुछ भी नहीं सोचा गया है. हम लोगों को भी आश्वासन दिया जा रहा है लेकिन उम्मीद नजर नहीं आ रही. बस स्टैंड के पास ज्यादातर व्यापारी नजूल की जमीन पर हैं. कुछ पट्टा धारी हैं. वह अपनी दुकानों का लगातार टैक्स चुकाते हैं. नगर निगम द्वारा बस स्टैंड शिफ्टिंग के बाद इसे तोड़कर व्यवासायिक कॉन्प्लेक्स बनाने की तैयारी है.
रोजी-रोटी का बड़ा संकटः
बस स्टैंड में भोजनालय का व्यवसाय करने वाले अर्जुन राम ने बताया कि 'बस स्टैंड शिफ्ट हो जाएगा तो रोजी-रोटी की समस्या खड़ी होगी. अगर काम नहीं चलेगा तो मजदूरी करके पेट भरना पड़ेगा. सरकार को हमारे बारे में सोचना चाहिए. अगर हमें बस स्टैंड के आसपास छोटी सी दुकान लगाने भी दे दिया जाय तो हम लोगों के लिए राहत होगी. नगर निगम द्वारा हम लोगों को बोला गया है 1 महीने के भीतर नोटिस देने के बाद दुकानें खाली करने का नोटिस दिया जाएगा. अगर दुकानें खाली नहीं होंगी तो दुकानें तोड़ दी जाएगी. अधिकारियों ने कहा है आप अपना व्यवस्था खुद कर लें, हमारे पास अभी कोई दुकान नहीं है'.
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बस स्टैंड में ही सैलून दुकान का संचालन कर रहे पवन ठाकुर ने बताया कि 'नए बस स्टैंड का उद्घाटन हो गया है. बहुत जल्द अब बस स्टैंड शिफ्ट हो जाएगा. हमें समझ नहीं आ रहा है कि आगे किस तरह की चीजें होंगी. हम लोग चिंतित हैं कि हमें वहां दुकान मिलेगी या नहीं मिलेगी. महापौर ने आश्वासन दिया है लेकिन हमें कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है. हम चाहते हैं कि हमें छोटा सा स्थान भी मिल जाए काम करने के लिए हम वहां अपनी दुकान संचालित कर लेंगे'.
बस स्टैंड में व्यवसाय कर रहे विजय ने बताया कि 'पिछले कई सालों से उनका व्यवसाय वहां चल रहा है. सरकार ने नया बस स्टैंड बनाया है. यह अच्छी बात है लेकिन हमारी मांग यह है कि जितने पुराने लोग यहां पर व्यवसाय कर रहे हैं, सरकार उनके तरफ भी ध्यान दे. विजय ने बताया अंतर राज्य बस टर्मिनल में अभिषेक बस ऑपरेटरों को ही दुकानें आवंटित की गई है लेकिन अन्य लोगों को दुकानें नहीं दी गई हैं. हमारी सरकार से आग्रह है कि हम लोगों की ओर भी ध्यान दे ताकि हम भी अपने परिवार का गुजर-बसर कर सकें'.
वहीं अन्य व्यवसायियों में राहुल महानंद ने बताया कि 'चिंता बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि हम लोगों को सिर्फ आश्वासन मिल रहा है लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है, कुछ दिनों में बस स्टैंड पूरी तरह भाठागांव में शिफ्ट हो जाएगा ऐसे में यहां के व्यवसायियों की रोजी-रोटी दम तोड़ देगी.
विश्राम के लिए कोई जगह नहींः
इसके साथ ही बस कर्मचारियों की चिंता बढ़ गई है. छत्तीसगढ़ बस कर्मचारी कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र शुक्ला ने बताया नए बस स्टैंड में बस कर्मचारियों के विश्राम के लिए कोई जगह नहीं दी गई है. हमारा कार्यालय पंडरी बस स्टैंड के भवन में स्थापित है. अभी नए बस स्टैंड का उद्घाटन हो गया. 10 दिनो में पूरा बस स्टैंड शिफ्ट हो जाएगा. उन्होंने मांग की है कि छत्तीसगढ़ बस कर्मचारी कल्याण समिति के कार्यालय के लिए भवन नए बस स्टैंड में दिया जाए ताकि बस कर्मचारियों के अधिकार को लेकर कार्य करते रहें. इस पर अभी तक सिर्फ आश्वासन मिला है. हमारी मांग है कि हमें ऑफिस संचालन हेतु निशुल्क भवन दिया जाए.
छत्तीसगढ़ परिवहन कुली कल्याण संघ ने भी की मांगः
छत्तीसगढ़ परिवहन कुली कल्याण संघ के किशन साहू ने बताया कि 'बस स्टैंड में इनका 51 कुली है. हमारी मांग है कि नए अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल में हम लोगों के लिए विश्राम की व्यवस्था बनाई जाए. साथ ही हमें एक कार्यालय भवन भी दिया जाए ताकि हम वहां विश्राम कर सकें. हमारे खाने-पीने और बैठने की व्यवस्था भी हो सके. अभी तक सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है. यह कब तक पूरा होगा यह कह पाना मुश्किल है'.