वाराणसी/रायपुर : छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल (Chhattisgarh Chief Minister Bhupesh Baghel) मंगलवार को वाराणसी पहुंचे. जहां उन्होंने बाबा विश्वनाथ और मां अन्नपूर्णां का आशीर्वाद लिया. इसके बाद वह मीडिया से रूबरू हुए, जहां उन्होंने विश्वानाथ धाम को लेकर सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि बाबा का धाम और मां अन्नपूर्णां का मंदिर भव्य दिख रहा है लेकिन, मां अन्नपूर्णां मंदिर जाने के लिए बहुत छोटा रास्ता दिया गया है, साथ ही परिसर की सकारात्मकता भी खत्म हो गई है.
गुजरात मॉडल पूरी तरह फेल
इस दौरान उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में भयावह स्थिति है. उन्होंने कहा सरकार से किसान, नौजवान के साथ अन्य सभी नाराज हैं. उन्होंने कहा कि गुजरात मॉडल पूरी तरह से फेल है इसीलिए छत्तीसगढ़ मॉडल की देश में बात हो रही है. जो जो वादे हमारे नेताओं ने किए और जो वादे घोषणा पत्र में थे उसे हमने पूरा किया. उन्होंने कहा कि किसान पैसे कैसे कमा सकते हैं, यह छत्तीसगढ़ सरकार परिलक्षित कर रही है.
साबरमती कॉरीडोर जैसे विश्वनाथ कॉरिडोर नहीं बनाना चाहिए था
भूपेश बघेल ने कहा कि बाबा विश्वनाथ के दर्शन संग माता अन्नपूर्णा की भी पूजा अर्चना की. उन्होंने महंत शंकर पुरी से मुलाकात भी की. उन्होंने बताया कि कॉरिडोर बनाया जा रहा है, शॉपिंग मॉल नए स्वरूप में बन रहे हैं लेकिन, माता अन्नपूर्णां मन्दिर जाने का रास्ता ब्लॉक किया जा रहा है. उसे अलग करने का निर्णय दुर्भाग्यपूर्णं है. कॉरिडोर में 100 से अधिक मन्दिर तोड़े गए. शनि मंदिर, सिद्धिविनायक मंदिर, मां अम्बा पार्वती के मन्दिर को हटा दिया गया. जिस प्रकार से साबरमती कॉरीडोर बनाया गया है उसी प्रकार से यहां बनाया जा रहा है, ऐसा निर्णय नहीं लेना चाहिए था.
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किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरा
किसानों के मुद्दे को लेकर भूपेश बघेल ने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में खाद की बेहद कमी है. सरकार ने कहा था कि 2022 में किसानों की आय दोगुनी होगी लेकिन, किसान अपने उत्पादन के आधे से भी कम कीमत पर चीजों को बेच रहे हैं. हर साल जो डीएपी की उपलब्धता थी उसे कम कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि क्या अब किसानों को डीएपी नहीं मिलेगा यह बड़ा सवाल है.