रायपुर: छत्तीसगढ़ में हार के बाद अब कांग्रेस पार्टी में नेता प्रतिपक्ष कौन बनेगा इसको लेकर चर्चा तेज हो गई है. पार्टी चाहती है कि नेता प्रतिपक्ष कोई ऐसा बने जो पार्टी को भी मजबूत करे और सदन में भी कांग्रेस की आवाज जोर शोर से उठाए. राजनीति गलियारों में फिलहाल चार नाम ऐसे हैं जिनको लेकर पार्टी के भीतर चर्चा चल रही है. पार्टी को इस बात का भी मलाल है कि उनके कई दिग्गज नेता अब सदन में नहीं होंगे जिससे विपक्ष सत्ता पक्ष के सामने कमजोर नजर आएगा.
14 नए विधायक पहली बार पहुंचेंगे सदन: कांग्रेस के 35 विधायक इस बार जीतकर सदन पहुंचे हैं. जीतने वाले 35 विधायकों में से 14 विधायक ऐसे हैं जो पहली बार चुनाव लड़कर सदन में पहुंचे हैं. जबकी 12 विधायक ऐसे हैं जो दूसरी बार चुनकर विधानसभ पहुंचे हैं. 2 विधायक ऐसे भी हैं जो पिछली बार उपचुनाव में जीत दर्ज कर चुके हैं. तीसरी बार विधानसभा पहुंचने वाले की संख्या भी इस बार 6 है. पांच बार और छठी बार जीत करने वाले विधायक भी एक-एक हैं.
नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में कौन कौन ?: नेता प्रतिपक्ष बनने की दौड़ में सीएम भूपेश बघेल और विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत हैं. चरणदास मंहत चौथी बार विधायक चुने गए हैं जबकी भूपेश बघेल 6 बार विधायक चुने जा चुके हैं. चरणदास महंत और भूपेश बघोल को नेता प्रतिपक्ष का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है. पांचवी बार सुकमा से विधायक बने कवासी लखमा भी नेता प्रतिपक्ष बनने की रेस में सामिल हैं. खरसिया से विधायक उमेश पटेल का नाम भी नेता प्रतिपत्र बनने वालों की लिस्ट में शुमार किया जा रहा है. सियासी जानकारों का कहना है कि नेता प्रतिपक्ष कौन बनेगा इसको लेकर पार्टी हाईकमान फैसला लेगी.