रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है. सीएम बघेल ने कोयला मामले भारत सरकार की पॉलिसी पर सवाल उठाए हैं, जिसकी वजह से उद्योग और राज्य सरकार को नुकसान उठाना पड़ रहा है. दूसरी ओर राहुल गांधी पर की गई कार्रवाई को लेकर भी केंद्र सरकार को बघेल ने आड़े हाथों लिया है. सीएम बघेल रविवार को नया रायपुर में आयोजित ऑल इंडिया स्टील कॉन्क्लेव कार्यक्रम में बोल रहे थे.
विदेशी कोयला खरीद रहे उद्योगपति: मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि "यहां के सांसद कोयले वाली बात को सदन में नहीं उठाते. कोयले की रॉयल्टी साल 2014 के बाद से अब तक नहीं बढ़ी है. जबकि इसे 3 साल में रिवाइज होना चाहिए था. आज देश के उद्योगपति 15000 प्रति टन विदेशी कोयला खरीद कर अपना काम चला रहे हैं, लेकिन राज्य में कोयले का उत्पादन हो रहा है, उसका लाभ उन्हें नहीं मिल पा रहा है. राज्य के 5000 रुपए प्रति टन कोयले की जगह उन्हें ₹15000 प्रति टन विदेशी कोयला खरीदना पड़ रहा है. इन दोनों कोयले के दाम में काफी अंतर है."
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स्टील उद्योग छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था की रीढ़: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा "आज स्टील उद्योगपतियों के कॉन्क्लेव हुआ, जिसमें देशभर से करीब 800 डेलीगेट आए. 2 दिनों तक इनका सम्मेलन चला. विभिन्न विषयों पर इनकी चर्चा हुई है. मुख्य रूप से स्टील उद्योग में जो समस्या आ रही है, उसमें सबसे बड़ी बात यह है कि बिजली और कोयले की आपूर्ति. कोल के कारण से उद्योगपतियों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस मामले में मैंने प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखा है. मिनिस्टर को भी पत्र लिखा है कि कोल लिंकेज हमारे उद्योगपतियों को दिया जाए, ताकि उद्योग चलाने में आसानी हो."
राहुल मामले में अडाणी को घेरा: राहुल गांधी मामले को लेकर देश भर में चलाए जा रहे सत्याग्रह पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "अडाणी के खाते में 20 हजार करोड़, जो सेल कंपनी से गया है, वह पैसा किसका है, यह सबसे बड़ा सवाल है. क्योंकि इसके बाद से ही राहुल गांधी को बोलने नहीं दिया जा रहा. सत्ता पक्ष ने लोकसभा राज्यसभा ठप किया था. राहुल गांधी का जो मेंबरशिप गया है. वह इस कारण से हुआ है तो सबसे बड़ा सवाल यह है कि अडाणी के खाते में 20 हजार करोड़ रुपए गया कैसे."