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गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में मजदूरों के लिए हाईटेक राहत शिविर की व्यवस्था - relief camp in gaurela pendra marwahi

लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के बाद प्रवासी मजदूरों के लॉकडाउन खत्म होने तक राहत शिविरों में ही रहना पड़ेगा, जिसे देखते हुए जिले में बनाई गई गुरुकुल शिविर में मजदूरों के खाना-पीने और रहने की व्यवस्था के साथ ही उनके मनोरंजन का भी ख्याल रखा जा रहा है. मजदूर टेलीविजन के माध्यम से मजदूर रामायण और महाभारत जैसे सीरियल देख रहे हैं.

relief camp of marwahi
मजदूरों के लिए खाने के साथ ही मनोरंजन की व्यवस्था
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Published : Apr 16, 2020, 11:40 PM IST

रायपुर: केंद्र सरकार की घोषण के बाद लॉकडाउन की अवधि 3 मई तक बढ़ा दी गई है. लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के बाद प्रवासी मजदूरों को लॉकडाउन खत्म होने तक राहत शिविरों में ही रहना पड़ेगा. इसे देखते हुए जिले में बनाए गए गुरुकुल शिविर में मजदूरों के खाना-पीने और रहने की व्यवस्था के साथ ही उनके मनोरंजन का भी ख्याल रखा जा रहा है, ताकि मजदूरों को शिविर में अकेलापन महसूस न हो.

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के जिला कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी ने इस दौरान खुद गुरुकुल परिसर में निर्मित राहत शिविर का अवलोकन किया. साथ ही सभी प्रवासी मजदूरों से चर्चा कर उनका उत्साहवर्धन किया. उन्होंने कहा कि, 'इस आपदा की स्थिति में वे खुद को बिल्कुल भी अकेला न समझें. जिला प्रशासन का प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी उनके साथ हैं.'

relief camp of marwahi
योग करते मजदूर

रामायण और महाभारत देख रहे मजदूर

बता दें कि राहत शिविर में खाने-पीने और दैनिक जीवन में उपयोग किए जाने वाला सामान उपलब्ध कराया जा रहा है. साथ ही उनके मनोरंजन के लिए अब टीवी की भी व्यवस्था कर दी गई है. टेलीविजन के माध्यम से मजदूर रामायण और महाभारत जैसे सीरियल देख रहे हैं. मजदूरों का कहना है कि उन्हें रोजाना सुबह पी.टी. कराई जाती है और योग की कक्षाएं आयोजित की जाती हैं, जिससे उन्हें शारीरिक और मानसिक स्फूर्ति और उत्साह का संचार होता है. उन्होंने बताया कि वे सभी मिलकर सामूहिक भजन भी करते हैं.

रायपुर: केंद्र सरकार की घोषण के बाद लॉकडाउन की अवधि 3 मई तक बढ़ा दी गई है. लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के बाद प्रवासी मजदूरों को लॉकडाउन खत्म होने तक राहत शिविरों में ही रहना पड़ेगा. इसे देखते हुए जिले में बनाए गए गुरुकुल शिविर में मजदूरों के खाना-पीने और रहने की व्यवस्था के साथ ही उनके मनोरंजन का भी ख्याल रखा जा रहा है, ताकि मजदूरों को शिविर में अकेलापन महसूस न हो.

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के जिला कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी ने इस दौरान खुद गुरुकुल परिसर में निर्मित राहत शिविर का अवलोकन किया. साथ ही सभी प्रवासी मजदूरों से चर्चा कर उनका उत्साहवर्धन किया. उन्होंने कहा कि, 'इस आपदा की स्थिति में वे खुद को बिल्कुल भी अकेला न समझें. जिला प्रशासन का प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी उनके साथ हैं.'

relief camp of marwahi
योग करते मजदूर

रामायण और महाभारत देख रहे मजदूर

बता दें कि राहत शिविर में खाने-पीने और दैनिक जीवन में उपयोग किए जाने वाला सामान उपलब्ध कराया जा रहा है. साथ ही उनके मनोरंजन के लिए अब टीवी की भी व्यवस्था कर दी गई है. टेलीविजन के माध्यम से मजदूर रामायण और महाभारत जैसे सीरियल देख रहे हैं. मजदूरों का कहना है कि उन्हें रोजाना सुबह पी.टी. कराई जाती है और योग की कक्षाएं आयोजित की जाती हैं, जिससे उन्हें शारीरिक और मानसिक स्फूर्ति और उत्साह का संचार होता है. उन्होंने बताया कि वे सभी मिलकर सामूहिक भजन भी करते हैं.

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