रायपुर: केंद्र सरकार की घोषण के बाद लॉकडाउन की अवधि 3 मई तक बढ़ा दी गई है. लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के बाद प्रवासी मजदूरों को लॉकडाउन खत्म होने तक राहत शिविरों में ही रहना पड़ेगा. इसे देखते हुए जिले में बनाए गए गुरुकुल शिविर में मजदूरों के खाना-पीने और रहने की व्यवस्था के साथ ही उनके मनोरंजन का भी ख्याल रखा जा रहा है, ताकि मजदूरों को शिविर में अकेलापन महसूस न हो.
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के जिला कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी ने इस दौरान खुद गुरुकुल परिसर में निर्मित राहत शिविर का अवलोकन किया. साथ ही सभी प्रवासी मजदूरों से चर्चा कर उनका उत्साहवर्धन किया. उन्होंने कहा कि, 'इस आपदा की स्थिति में वे खुद को बिल्कुल भी अकेला न समझें. जिला प्रशासन का प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी उनके साथ हैं.'
रामायण और महाभारत देख रहे मजदूर
बता दें कि राहत शिविर में खाने-पीने और दैनिक जीवन में उपयोग किए जाने वाला सामान उपलब्ध कराया जा रहा है. साथ ही उनके मनोरंजन के लिए अब टीवी की भी व्यवस्था कर दी गई है. टेलीविजन के माध्यम से मजदूर रामायण और महाभारत जैसे सीरियल देख रहे हैं. मजदूरों का कहना है कि उन्हें रोजाना सुबह पी.टी. कराई जाती है और योग की कक्षाएं आयोजित की जाती हैं, जिससे उन्हें शारीरिक और मानसिक स्फूर्ति और उत्साह का संचार होता है. उन्होंने बताया कि वे सभी मिलकर सामूहिक भजन भी करते हैं.