रायपुर: दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ अपनी 1 सूत्रीय मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. अनुकंपा संघ ने बीते 7 महीनों के दौरान कई तरह के प्रदर्शन किये हैं. बावजूद इनकी मांगे अब तक पूरी नहीं हो पाई है. बुधवार को संघ द्वारा प्रदर्शन स्थल से मटका हुंकार रैली निकालकर विरोध जताया. यह रैली प्रदर्शन स्थल से स्मार्ट सिटी ऑफिस तक निकाली गई, जिसके बाद मटकों को फोड़ दिया गया.
"हमें शिक्षक पद में अनुकंपा नियुक्ति ना देकर योग्यता के अनुसार दूसरे पदों में नियुक्ति या फिर सीधी भर्ती के माध्यम से नियुक्ति दे दी जाए." - दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ के सदस्यों की मांग
7 महीने से जारी है अनुकंपा संघ की हड़ताल: दिवंगत पंचायत शिक्षक संघ की प्रदेश अध्यक्ष माधुरी मृगे ने कहा कि "पिछले 7 महीने से राजधानी रायपुर के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर हम प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हैं. 20 अक्टूबर 2022 से दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. आज मटका हुंकार रैली निकालकर सरकार को यह बताने की कोशिश की गई कि हमारी जो मांग है, उसे तत्काल पूरा किया जाए. आपकी बहू-बेटियां यहां पर पिछले 7 महीने से संघर्ष कर रहीं हैं."
यह भी पढ़ें:
- Rajnandgaon News: जन चौपाल में सुनी गई लोगों की समस्याएं
- Rajnandgaon News: किसान कांग्रेस ने बीज विकास निगम के खिलाफ खोला मोर्चा
- Rajnandgaon News : टीम इंडिया के लिए छत्तीसगढ़ से तैयार हो रहा नया युवराज !
"योग्यता के अनुसार हमें अनुकंपा नियुक्ति दे": इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष माधुरी मृगे ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को प्रदेश का राजा बताया. उन्होंने कहा कि "राजा होने के नाते आप अपनी बहू-बेटी को कहीं भी अनुकंपा नियुक्ति दे सकते हैं. सीधी भर्ती के निकले हुए पदों पर भी योग्यता के अनुसार हमें अनुकंपा नियुक्ति दे सकते हैं. हमारे जो बच्चे हैं, उनका भविष्य भी खतरे में है. बच्चों के भविष्य को लेकर हम चिंतित हैं. इसलिए यहां पर लगातार अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं."
अनुकंपा संघ ने निकाली मटका हुंकार रैली: पिछले 7 महीने के दौरान दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ द्वारा कफन रैली, जल समाधि, भीख मांग कर प्रदर्शन, जूता पॉलिश, मुख्यमंत्री निवास घेराव, विधानसभा घेराव जैसे तमाम तरह के प्रदर्शन किए गए हैं. बुधवार को दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ ने मटका हुंकार रैली निकाली. अनुकंपा संघ ने भूपेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर विरोध जताया.