रायपुर: इंसानों के साथ अब जानवरों में कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा है. न्यूयॉर्क के चिड़ियाघर में एक शेर कोरोना संक्रमित पाया गया. ये पहला जानवर है जिसमें कोरोना वायरस का संक्रमण मिला है. इस खबर के बाद से ही भारत के सेंट्रल जू अथॉरिटी ने देश के तमाम चिड़िया घर में निर्देश जारी किए हैं. प्रदेश में भी इसे लेकर सभी चिड़ियाघरों में सतर्कता बरती जा रही है.
छत्तीसगढ़ भी इस खबर के बाद सतर्क हो गया है. हाल ही में चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन ने नवा रायपुर के जंगल सफारी का निरीक्षण किया. इसके बाद अथॉरिटी के निर्देशानुसार जंगल सफारी को सैनिटाइज किया गया. सभी एनिमल्स के एनकोलक्जर को भी सैनिटाइज कराया जा रहा है. जंगल सफारी के साथ ही छत्तीसगढ़ के सभी चिड़ियाघरों की जांच कर उन्हें सैनिटाइज किया जा रहा है. हाल ही में बिलासपुर के कानन पेंडारी को भी सैनिटाइज किया गया है.
चिड़ियाघरों की सुरक्षा और वहां बरती जा रही तैयारियों को लेकर ETV भारत ने प्रदेश के सबसे बड़े मानव निर्मित जंगल सफारी के असिस्टेंट डायरेक्टर विनोद सिंह ठाकुर से सीधे बातचीत की.
जंगल सफारी में क्या इंतजाम किए गए हैं?
सभी एनिमल एन्क्लोजर को सैनिटाइज किया गया है,हमने अब PPE सूट ले लिया है. इसे ही पहनकर जू कीपर उन्हें खाना देते हैं. हमने 15 तारीख से ही जू बंद कर दिया था. जानवरों के पास भी सिर्फ जू कीपर को ही जाने की अनुमति है.
सरकार ने क्या गाइडलाइन दी है ?
सेंट्रल जू अथॉरिटी के निर्देशानुसार सभी काम किए जा रहे हैं. हम अब पूरी एहतियात बरत रहे हैं, पूरी कोशिश की जा रही है कि कोरोना जानवरों तक न पहुंचे. जितने भी जू कीपर हैं सभी सफारी में ही रहते हैं. सिर्फ प्रबंधन और डॉक्टर्स को अंदर आने की अनुमति है बाकि कोई भी अंदर नहीं आ सकता. एनिमल के एन्क्लोजर में खुद को सैनिटाइज करके जाते हैं. एनिमल के फीडिंग का विशेष ध्यान रखना है.
कितने डॉक्टर्स मौजूद है?
अभी हमारे पास 2 डॉक्टर हैं, जो सभी एनिमल्स की जांच करते हैं.
बस्तर और बाकी जगहों पर क्या गाइडलाइन जारी है ?
सभी जगहों को बंद कर दिया गया है, कुछ जगहों पर पानी नहीं होता तो वहां पर भी टैंकरों को सैनिटाइज करके पानी पहुंचाया जा रहा है.
लॉक डाउन के बाद किसी तरह की सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी?
शासन के आदेश के बाद ही जू खोले जाएंगे, उसके बाद जो भी गाइडलाइन होगी उसका पालन किया जाएगा.
मांसाहारी जानवरों के लिए कोई खास निर्देश ?
हम ताजा मांस ही जानवरों को देते है. तो जो बकरे लेकर आते है उनका और बकरे का भी टेस्ट किया जाता है. वहां कैमरे लगे हुए है जिसके आधार पर उन पर नजर रखी जाती है.