रायपुर: छत्तीसगढ़ के धमतरी की रहने वाली अंजली जैन और इब्राहिम सिद्धकी उर्फ आर्यन आर्य मामले में उच्च न्यायालय ने फैसला सुनाते हुए कहा था कि अंजलि अपनी मर्जी से अपने पति या फिर माता-पिता के साथ रह सकती है. धमतरी की रहने वाली अंजलि जैन लगभग 8 महीनों से रायपुर के सखी वन स्टॉप सेंटर में रह रही हैं. ETV भारत से बात करते हुए उसने आरोप लगाया कि यहां उसे बंधक बनाकर रखा गया है.
अंजलि जैन का कहना है कि वो सखी वन स्टॉप सेंटर से निकलकर अपने पति के साथ रहना चाहती हैं. हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक सखी सेंटर के द्वारा उनके परिजन और पति के सुपुर्द किया जाना था लेकिन परिजन के नहीं आने की वजह से अंजलि जैन को परिजन के सुपुर्द नहीं किया जा सका. इसे लेकर वो परेशान भी है.
परिजन के आते ही छोड़ा जाएगा: अधिकारी
वहीं जिला महिला बाल विकास अधिकारी अशोक पांडे का कहना है कि, 'हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक इसकी सूचना अंजलि के पति आर्यन और इनके पिता अशोक जैन को दी गई थी. किसी कारणवश अंजलि के पिता अशोक जैन को सूचना नहीं हो पाई. इसी वजह से अंजलि को रायपुर के सखी सेंटर से नहीं छोड़ा गया है'. उन्होंने कहा कि, 'परिवार से संपर्क होते ही अंजलि जैन को छोड़ दिया जाएगा'.
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दो साल पहले की थी शादी
धमतरी के रहने वाले मोहम्मद इब्राहिम सिद्दीकी और अंजलि जैन ने दो साल की जान-पहचान के बाद 25 फरवरी 2018 को रायपुर के आर्य मंदिर में शादी की थी. इब्राहिम का दावा है कि उसने शादी से पहले हिंदू धर्म अपना लिया था. इसके बाद उन्होंने अपना नाम आर्यन आर्य रखा था.