रायपुर: दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल में करोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए ट्रेन के 55 कोचों को क्वारंटाइन / आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किया जाएगा. मंडल रेल प्रबंधक श्याम सुंदर गुप्ता ने संबंधित अधिकारियों को इसके लिए निर्देशित किया है. कोरोनावायरस के संक्रमण से पीड़ित रोगियों की संख्या में वृद्धि होने पर इन कोचों का उपयोग किया जाएगा. इसके लिए इन कोचों को पूर्णता सैनिटाइज करके मेडिकल इक्विपमेंट्स लगाकर आइसोलेशन वार्ड में परिवर्तित किया जा रहा है रायपुर रेल मंडल आपात स्थिति में कोरोनावायरस से लड़ने के लिए सतर्क है.
कोचों को किए गया क्वारंटाइन
जानकारी के अनुसार गैर-एसी आईसीएफ स्लीपर कोच को क्वारंटाइन / आइसोलेशन कोच में रूपांतरण के लिए उपयोग करने की योजना बनाई जा रही है. एक भारतीय शैली के शौचालय को स्नान कक्ष में बदलना है. इसे बकेट, मग और सोप डिस्पेंसर से लैस किया जाना है. वॉशबेसिन में लिफ्ट प्रकार के हैंडल के साथ नल प्रदान किए जाएंगे. इसी तरह के नल को उचित ऊंचाई पर प्रदान किया जाना चाहिए जिससे बाल्टी को भरा जा सके. वहीं स्नान कक्ष के पास पहले 2 केबिन अस्पताल कार्यों के लिए रहेंगे/ प्लास्टिक के पर्दे के साथ गलियारे में प्रदान किये जाएंगे जिससे पूरे आठ बर्थ केबिन में प्रवेश और निकास से पर्दा उठाया जा सके. इस केबिन का उपयोग स्टोर / पैरामेडिक्स क्षेत्र के रूप में किया जाएगा.
डिब्बों के इन्सुलेशन के लिए, बांस / खुस मैट को छत पर चिपकाया जा सकता है और कोच के अंदर और नीचे खिड़कियों के ऊपर और नीचे कोच के हर तरफ कोच के अंदर गर्मी के प्रभाव को कम करने के लिए लगाया जा सकता है. लैपटॉप और मोबाइल को कार्यशील बनाने के लिए सभी चार्जिंग पॉइंट को भी सुनिश्चित किया जा रहा हैं.