रायगढ़: ग्राम पंचायत बासनपाली के ग्रामीणों ने सरपंच पर पीएम आवास सूची से नाम काटने का आरोप लगाया हैं. जनपद पंचायत तमनार के अधिकांश ग्राम पंचायतों में आवास, शौचालय, मनरेगा मूलभूत और 14वें वित्त के कार्य में अनियमितता की शिकायत लगभग बनी रहती है, लेकिन इस बार मामला कुछ अलग है. बासनपाली पंचायत के अधिकांश ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत प्रतिनिधि और ग्राम पंचायत अधिकारी पर सीधे आरोप लगाया है कि सर्वे में उनके नाम पर पीएम आवास आया था, लेकिन अधिकांश हितग्राहियों के नाम सूची से काट दिए गए.
सरपंच पर आरोप
ग्रामीणों ने सरपंच पर आरोप लगाने के साथ ही अपने आवासों की स्थिति भी जाहिर की हैं. ग्रामीणों ने बताया कि पूरे विकासखंड में बासनपाली एक ऐसा पंचायत है जहां 20 से भी कम हितग्राही पीएम आवास योजना के लिए पात्र माने गए हैं और वह इस बात का जिम्मेदार सरपंच को मान रहे हैं. करीब आधे से ज्यादा हितग्राही अंतिम सूची में अपात्र दर्शा दिए गए.
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ग्राम सभा आयोजित करने की तैयारी
जानकारी के अनुसार आवास की सूची में नाम कटने की बात पर ग्रामीण जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने की तैयारी कर रहे हैं. मामले में एक सभा भी आयोजित की जाने की बात कही जा रही है. गौरतलब है कि इस पंचायत में पात्र हितग्रहियों कि सूची की जांच भी कराई गई थी, जिसके बाद बहुत से हितग्राही शासन के आवास मिलने की सूची से बाहर हो गए. मामले में सरपंच का कहना है कि शासन की गाइडलाइंस का पूर्ण रूप से पालन करते हुए ग्राम सभा आयोजित कर आवास नियमावली के अनुसार ही लिस्ट बनाई गई है.
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सभी पंचायतों में शिकायतें
बहरहाल इस मामले में आगे क्या निर्णय होना है यह पूरी जांच के बाद ही पता चल पाएगा. लैलूंगा विधानसभा के तमनार ब्लॉक के लगभग सभी पंचायत अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के अथक प्रयासों के बाद अक्सर कुछ न कुछ कमी पाई जा रही है जो की पूरे जांच के बाद ही सामने आ सकती है.
ODF घोटाला
तमनार ब्लॉक की बात करें तो यह पूर्व जनपद अधिकारी के कार्यकाल से ही ODF घोषित हो गया है पर वास्तविक सच्चाई कुछ और ही बयां कर रही है. यहां के अधिकांश पंचायतों में कुछ न कुछ समस्या बनी रहती है इस बात से पूरे क्षेत्र के निवासी रूबरू हैं.