रायगढ़ : जिले में ऐसे आधा दर्जन उद्योग हैं. जिनके नाम पर जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया है. लेकिन उद्योग स्थापित नहीं किया गया है. इस तरह के उद्योग में एक ईंट भी नहीं लगाई गई है. ऐसे में प्रभावित क्षेत्र के किसानों की मुसीबत बढ़ गई है. किसानों की जमीन उद्योग के नाम पर अधिग्रहित तो हो गई लेकिन फैक्ट्री नहीं लगने से न तो उन्हें रोजगार मिल पा रहा है. न ही जमीन पर मालिकाना हक. अब वे धान भी नहीं बेच पा रहें हैं.
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इससे किसान समर्थन मूल्य पर अपना धान नहीं बेच पा रहे है. वे मनमाने दाम पर बिचौलियों को धान बेचने को मजबूर हैं. प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने भी रायगढ़ के कुकुरदा में उद्योग के लिए आवंटित जमीन को लेकर एक बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जिस जमीन पर उद्योग स्थापित नहीं किए गए हैं. उस जमीन का मालिकाना हक किसानों को दिया जाएगा. यदि कोई उद्योगपति उद्योग लगाना नहीं चाहता है तो जिस तरह लोहंडीगुड़ा में जमीन वापस की गई है, वैसे ही रायगढ़ में भी होगा.