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उद्योग की खाली जमीनों पर किसानों को मिलेगा मालिकाना हक- मंत्री जय सिंह अग्रवाल - मंत्री जयसिंह का जमीन पर बयान

अधिग्रहित जमीन में फैक्ट्री नहीं लगने से किसान काफी परेशान थे. मंत्री जयसिंह ने कहा कि सरकार की उद्योग नीति के अनुसार यदि उद्योग नहीं लगते हैं तो दिए गए राशि को काट कर जमीन वापस करने का प्रावधान है.

मंत्री जयसिंह
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Published : Dec 7, 2020, 8:19 PM IST

रायगढ़ : जिले में ऐसे आधा दर्जन उद्योग हैं. जिनके नाम पर जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया है. लेकिन उद्योग स्थापित नहीं किया गया है. इस तरह के उद्योग में एक ईंट भी नहीं लगाई गई है. ऐसे में प्रभावित क्षेत्र के किसानों की मुसीबत बढ़ गई है. किसानों की जमीन उद्योग के नाम पर अधिग्रहित तो हो गई लेकिन फैक्ट्री नहीं लगने से न तो उन्हें रोजगार मिल पा रहा है. न ही जमीन पर मालिकाना हक. अब वे धान भी नहीं बेच पा रहें हैं.

मंत्री जयसिंह का बयान
जिले के पूर्वांचल क्षेत्र के ग्राम कुकुरदा, नवापारा, छुहिपाली गांव की लगभग 8 सौ एकड़ जमीन 2011 में जेएसडब्ल्यू के स्टील प्लांट के लिए प्रशासन की ओर अधिग्रहण की गई थी. लेकिन आज तक वह फैक्ट्री नहीं लगी है. ऐसे में बेरोजगार हुए किसानों ने फिर से अपनी जमीन पर खेती तो शुरू कर दी है. लेकिन जमीन उनके नाम पर नहीं होने की वजह से सोसायटी में पंजीयन नहीं हो पा रहा है.

पढ़ें : छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने 'भारत बंद' का किया समर्थन, कृषि कानून रद्द करने की मांग

इससे किसान समर्थन मूल्य पर अपना धान नहीं बेच पा रहे है. वे मनमाने दाम पर बिचौलियों को धान बेचने को मजबूर हैं. प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने भी रायगढ़ के कुकुरदा में उद्योग के लिए आवंटित जमीन को लेकर एक बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जिस जमीन पर उद्योग स्थापित नहीं किए गए हैं. उस जमीन का मालिकाना हक किसानों को दिया जाएगा. यदि कोई उद्योगपति उद्योग लगाना नहीं चाहता है तो जिस तरह लोहंडीगुड़ा में जमीन वापस की गई है, वैसे ही रायगढ़ में भी होगा.

रायगढ़ : जिले में ऐसे आधा दर्जन उद्योग हैं. जिनके नाम पर जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया है. लेकिन उद्योग स्थापित नहीं किया गया है. इस तरह के उद्योग में एक ईंट भी नहीं लगाई गई है. ऐसे में प्रभावित क्षेत्र के किसानों की मुसीबत बढ़ गई है. किसानों की जमीन उद्योग के नाम पर अधिग्रहित तो हो गई लेकिन फैक्ट्री नहीं लगने से न तो उन्हें रोजगार मिल पा रहा है. न ही जमीन पर मालिकाना हक. अब वे धान भी नहीं बेच पा रहें हैं.

मंत्री जयसिंह का बयान
जिले के पूर्वांचल क्षेत्र के ग्राम कुकुरदा, नवापारा, छुहिपाली गांव की लगभग 8 सौ एकड़ जमीन 2011 में जेएसडब्ल्यू के स्टील प्लांट के लिए प्रशासन की ओर अधिग्रहण की गई थी. लेकिन आज तक वह फैक्ट्री नहीं लगी है. ऐसे में बेरोजगार हुए किसानों ने फिर से अपनी जमीन पर खेती तो शुरू कर दी है. लेकिन जमीन उनके नाम पर नहीं होने की वजह से सोसायटी में पंजीयन नहीं हो पा रहा है.

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इससे किसान समर्थन मूल्य पर अपना धान नहीं बेच पा रहे है. वे मनमाने दाम पर बिचौलियों को धान बेचने को मजबूर हैं. प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने भी रायगढ़ के कुकुरदा में उद्योग के लिए आवंटित जमीन को लेकर एक बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जिस जमीन पर उद्योग स्थापित नहीं किए गए हैं. उस जमीन का मालिकाना हक किसानों को दिया जाएगा. यदि कोई उद्योगपति उद्योग लगाना नहीं चाहता है तो जिस तरह लोहंडीगुड़ा में जमीन वापस की गई है, वैसे ही रायगढ़ में भी होगा.

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