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रायगढ़ः गांधी की 150वीं जयंती पर ग्रामीणों ने तोड़ा कोयला कानून - raigarh koyla kanoon satyagrah

रायगढ़ के तमनार विकासखंड में हजारों ग्रामीणों ने रैली निकालकर कोयला कानून तोड़ा और गांधी की 150वीं जयंती मनाई. इस मौके पर रायगढ़ के राजपरिवार समेत कई वरिष्ठ लोग शामिल रहे.

रायगढ़ में गांधीजी के 150वीं जंयती पर हजारों ग्रामीणों ने तोड़ा कोयला कानून
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Published : Oct 3, 2019, 7:22 AM IST

Updated : Oct 3, 2019, 8:09 AM IST

रायगढ़ः तमनार विकासखंड के गारे पेलमा सेक्टर स्थित पेलमा गांव में बीते दिनों कोयला सत्याग्रह किया गया. इसमें गांधीजी के नमक कानून तोड़ने की तर्ज पर कोयला कानून तोड़कर गांधी जयंती और कोयला सत्याग्रह मनाया गया. सत्याग्रह में कोयला प्रभावित क्षेत्र के 56 गांव के हजारों लोगों ने हिस्सा लिया. कृषि भूमि को कोयला खनन के लिए किसी भी कंपनी को नहीं देने का संकल्प लिया.

रायगढ़ में गांधीजी के 150वीं जंयती पर हजारों ग्रामीणों ने तोड़ा कोयला कानून

कृषि भूमि नहीं देने का संकल्प
तमनार ब्लॉक स्थित ग्राम पेलमा में राष्ट्रपिता की जयंती पर 2 अक्टूबर को आठवें कोयला सत्याग्रह का आयोजन किया गया. इसकी शुरुआत गांधी के तस्वीर पर माला पहनाकर की गई. ग्रामीणों ने बताया कि इलाके में कोयले का भंडार मौजूद होने के कारण लगातार नई-नई कंपनियों ने यहां घुसपैठ करना शुरू कर दिया है, जिससे ग्रामीणों को कृषि करने में मुश्किल होने लगी है. इसके विरोध में प्रभावित ग्रामीणों ने विशाल रैली निकाली और कृषि भूमि को गैर कृषि कार्य और खनन के लिए किसी भी कंपनी को नहीं देने का संकल्प लिया है.

पढ़ेः-बापू की 150वीं जयंती : ईटीवी भारत की खास प्रस्तुति का PM मोदी ने किया अभिनंदन

सत्याग्रह में राजपरिवार भी शामिल
ग्रामीणों ने कहा कि देश के विकास के लिए अगर कोयले की जरूरत है, तो सामुदायिक संगठन ही कोयला खोदकर सरकार को देगी और देश के विकास में सहभागिता निभाएगी. सत्याग्रह में ग्रामीणों के साथ रायगढ़ के राजपरिवार के राजा देवेंद्र प्रताप सिंह ने रैली में हिस्सा लिया था. साथ ही ग्रीन मैन रमेश अग्रवाल जनचेतना मंच के राजेश त्रिपाठी, हरिहर पटेल, शिवपाल भगत और कृष्णा साहू ने अपनी सहभागिता निभाई.

रायगढ़ः तमनार विकासखंड के गारे पेलमा सेक्टर स्थित पेलमा गांव में बीते दिनों कोयला सत्याग्रह किया गया. इसमें गांधीजी के नमक कानून तोड़ने की तर्ज पर कोयला कानून तोड़कर गांधी जयंती और कोयला सत्याग्रह मनाया गया. सत्याग्रह में कोयला प्रभावित क्षेत्र के 56 गांव के हजारों लोगों ने हिस्सा लिया. कृषि भूमि को कोयला खनन के लिए किसी भी कंपनी को नहीं देने का संकल्प लिया.

रायगढ़ में गांधीजी के 150वीं जंयती पर हजारों ग्रामीणों ने तोड़ा कोयला कानून

कृषि भूमि नहीं देने का संकल्प
तमनार ब्लॉक स्थित ग्राम पेलमा में राष्ट्रपिता की जयंती पर 2 अक्टूबर को आठवें कोयला सत्याग्रह का आयोजन किया गया. इसकी शुरुआत गांधी के तस्वीर पर माला पहनाकर की गई. ग्रामीणों ने बताया कि इलाके में कोयले का भंडार मौजूद होने के कारण लगातार नई-नई कंपनियों ने यहां घुसपैठ करना शुरू कर दिया है, जिससे ग्रामीणों को कृषि करने में मुश्किल होने लगी है. इसके विरोध में प्रभावित ग्रामीणों ने विशाल रैली निकाली और कृषि भूमि को गैर कृषि कार्य और खनन के लिए किसी भी कंपनी को नहीं देने का संकल्प लिया है.

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सत्याग्रह में राजपरिवार भी शामिल
ग्रामीणों ने कहा कि देश के विकास के लिए अगर कोयले की जरूरत है, तो सामुदायिक संगठन ही कोयला खोदकर सरकार को देगी और देश के विकास में सहभागिता निभाएगी. सत्याग्रह में ग्रामीणों के साथ रायगढ़ के राजपरिवार के राजा देवेंद्र प्रताप सिंह ने रैली में हिस्सा लिया था. साथ ही ग्रीन मैन रमेश अग्रवाल जनचेतना मंच के राजेश त्रिपाठी, हरिहर पटेल, शिवपाल भगत और कृष्णा साहू ने अपनी सहभागिता निभाई.

Intro:एंकर - तमनार विकासखंड के गारे पेलमा सेक्टर स्थित पेलमा गांव में आज कोयला सत्याग्रह का आयोजन किया गया जिसमें कोयला प्रभावित क्षेत्र के 56 गांव के हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के दौरान सभी गांव के लोगों ने संकल्प लिया की वे किसी भी कम्पनी को अपनी कृषि भूमि गैर कृषि कार्य और कोयला उत्खनन के लिए नहीं देंगे। कार्यक्रम के अंत में गाँधी जी के नमक कानून तोड़ने की तर्ज पर कोयला कानून तोड़कर उन्होंने गाँधी जयंती और कोयला सत्याग्रह मनाई।

Body:वीओ - रायगढ़ जिले के तमनार ब्लॉक स्थित ग्राम पेलमा में गाँधी जी के 150 वीं जयंती के अवसर पर आठवें कोयला सत्याग्रह का आयोजन किया गया जिसमे कोयला प्रभावित क्षेत्र के हजारों ग्रामीणों ने भाग लेकर कोयला कानून तोड़ने में भागीदारी निभाई। कार्यक्रम की शुरुवात गाँधी जी के फोटो पर माल्यार्पण कर की गयी फिर एक विशाल रैली निकाल कर कोयला कानून तोड़ा गया। कार्यक्रम के दौरान सभी ग्रामीणों ने संकल्प लिया की वे गैर कृषि कार्य या खनन के लिए किसी भी कीमत पर अपनी जमीन किसी कम्पनी को नहीं देंगे भले ही उन्हें लड़ते हुए जान ही क्यों न देनी पड़े वहीं उन्होंने कहा की देश के विकास के लिए अगर कोयले की जरूरत है तो समुदायिक संगठन ही कोयला खोदकर सरकार को देगी और देश के विकास में सहभागिता निभाएगी। कार्यक्रम में रायगढ़ के राजपरिवार के राजा देवेंद्र प्रताप सिंह समेत ग्रीन मैन रमेश अग्रवाल जनचेतना मंच के राजेश त्रिपाठी, हरिहर पटेल, शिवपाल भगत और कृष्णा साहू ने सहभागिता निभाई।

Conclusion:बाइट
1 रमेश अग्रवाल (चश्मे में)
2 राजेश त्रिपाठी (पिंक शर्ट)
3 हरिहर पटेल (पीछे रैली का शॉर्ट्स)
4 शिवपाल भगत (छत्तीसगढ़ी बाइट)

रैली और कार्यक्रम के शॉर्ट्स
Last Updated : Oct 3, 2019, 8:09 AM IST
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