नारायणपुर: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में शुक्रवार को नक्सलियों ने आईटीबीपी जवानों की सर्चिंग टीम पर हमला किया है. इस हमले में 2 जवान शहीद हुए हैं. कड़ेमेटा और कड़ेनार कैंप के बीच सर्चिंग पर निकले जवानों पर एंबुश लगाकर नक्सलियों ने हमला किया है. हालांकि जवाबी फायरिंग में नक्सली मौके से भाग निकले और घटना के बाद से क्षेत्र में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है.
नक्सलियों के हमले में आईटीबीपी के असिस्टेंट कमांडेंट समेत 2 जवान शहीद हुए हैं. नक्सलियों ने जवानों से एक AK-47 हथियार, दो बुलेटप्रूफ जैकेट और वाकी टॉकी भी लूट लिया है. नारायणपुर और बारसूर मार्ग में पुलिस की टीम रोड ओपनिंग पर निकली थी. इसी दौरान घात लगाए बैठे नक्सलियों ने जवानों पर हमला कर दिया. इस मुठभेड़ में आईटीबीपी (ITBP) के असिस्टेंट कमांडेंट सुधाकर शिंदे समेत 2 जवान शहीद हो गए. एसपी यू उदय किरण ने घटना की पुष्टि की है.
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि नारायणपुर में नक्सलियों ने एंबुश लगाकर सर्चिंग पर निकले जवानों पर फायरिंग की है. नक्सली हमले में शहीद आईटीबीपी 45 बटालियन के जवान एसआई गुरमुख सिंह और एएसआई सुधाकर शिंदे हैं. कड़ेमेटा कैंप से 600 मीटर की दूरी पर ही जवानों पर हमला हुआ है.
इससे पहले 20 जुलाई 2021 को नारायणपुर में आईटीबीपी के जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. विधायक चंदन कश्यप के लिए सड़क को सुरक्षा कारणों से क्लियर करने के लिए जवानों की तैनाती की गई थी. मुठभेड़ में एक जवान घायल और एक जवान शिव कुमार मीणा गोली लगने से शहीद हो गए थे.
छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले
23 मार्च 2021: नारायणपुर में नक्सलियों ने आईडी से जवानों की बस को उड़ा दिया. 5 जवान शहीद हुए जबकि 10 घायल हुए.
21 मार्च 2020: सुकमा के मिनपा हमले में 17 जवान शहीद हुए.
28 अप्रैल 2019: बीजापुर जिले में नक्सलियों ने पुलिस जवानों पर हमला किया. 2 जवान शहीद हुए. एक ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हुआ.
9 अप्रैल 2019: दंतेवाड़ा से लोकसभा चुनाव में मतदान से ठीक पहले नक्सलियों ने चुनाव प्रचार के लिए जा रहे भाजपा विधायक भीमा मंडावी की कार पर हमला किया. भीमा मंडावी के अलावा 4 सुरक्षाकर्मी भी शहीद हुए.
19 मार्च 2019: दंतेवाड़ा में नक्सली हमले में उन्नाव के रहने वाले सीआरपीएफ जवान शशिकांत तिवारी शहीद हुए. घात लगाकर हुए हमले में 5 अन्य लोग भी घायल हुए.
24 अप्रैल 2017: छत्तीसगढ़ के सुकमा में लंच करने बैठे जवानों पर घात लगाकर हमला हुआ. 25 से ज्यादा जवान शहीद हो गए.
1 मार्च 2017: सुकमा जिले में अवरोध सड़कों को खाली कराने के काम में जुटे सीआरपीएफ के जवानों पर घात लगाकर हमला हुआ. 11 जवान शहीद हुए. 3 से ज्यादा जवान घायल हुए.
11 मार्च 2014: झीरम घाटी के पास एक इलाके में नक्सलियों ने हमला किया. 15 जवान शहीद हुए. 1 ग्रामीण की भी मौत हुई.
12 अप्रैल 2014: बीजापुर और दरभा घाटी में आईईडी ब्लास्ट में 5 जवानों समेत 14 लोगों की मौत हो गई थी. मृतकों में 7 मतदान कर्मी थे. सीआरपीएफ के 5 जवानों समेत एंबुलेंस चालक और कंपाउंडर की मौत हुई थी.
दिसंबर 2014: सुकमा के चिंता गुफा इलाके में एंटी नक्सल ऑपरेशन चल रहा था. सीआरपीएफ के जवानों पर नक्सलियों ने हमला कर दिया. नक्सलियों के इस हमले में 14 जवान शहीद हो गए जबकि 12 घायल हुए थे.
25 मई 2013: झीरम घाटी में नक्सलियों ने कांग्रेस नेताओं के काफिले पर हमला कर दिया. कांग्रेस के 30 नेता और कार्यकर्ता की मौत हो गई. पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, तत्कालीन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, पूर्व विधायक महेंद्र कर्मा और उदय मुदलियार, दिनेश पटेल, योगेंद्र शर्मा सहित कई अन्य कांग्रेसी नेताओं की मौत हुई थी.
29 जून 2010: नारायणपुर जिले के थोड़ा में सीआरपीएफ के जवानों पर नक्सलियों ने हमला किया. इस हमले में पुलिस के 27 जवान शहीद हुए थे.
17 मई 2010: दंतेवाड़ा से सुकमा जा रहे एक यात्री बस में सवार जवानों पर नक्सलियों ने बारूदी सुरंग लगाकर हमला किया. 12 विशेष पुलिस अधिकारी सहित 36 लोग मारे गए थे.
6 अप्रैल 2010: दंतेवाड़ा जिले के ताड़मेटला में सुरक्षाकर्मियों पर हमला हुआ. इसे देश का सबसे बड़ा नक्सली हमला भी माना जाता है. इसमें सीआरपीएफ के 76 जवान शहीद हुए थे.
12 जुलाई 2009: छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में घात लगाकर किए गए नक्सली हमले में पुलिस अधीक्षक वी के चौबे समेत 29 जवान शहीद हुए थे.
9 जुलाई 2007: एर्राबोर उरपलमेटा में सीआरपीएफ और जिला पुलिस बल पर नक्सलियों ने हमला किया. जिसमें 23 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे.
15 मार्च 2007: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने पहली बार बीजापुर जिले के रानीबोदली कैंप पर हमला किया. हमले में 55 जवान शहीद हो गए थे.