नारायणपुर: जिले के छोटेडोंगर के बड़गांव स्थित लघु वनोपज केन्द्र में बुधवार को शहीद जतीन्द्र दास की जंयती मनाई गई. तकरीबन 106 गांवों के हजारों ग्रामीणों ने स्वतंत्रता सेनानी जतीन्द्र दास की जयंती को बड़े ही धूमधाम से मनाया. जिला मुख्यालय से महज 45 किलोमीटर दूर ग्राम छोटेडोंगर के लगभग 106 गांवों के हजारों ग्रामीण इसमें शामिल हुए. बुधवार सुबह रैली निकालकर ग्रामीण छोटेडोंगर पहुंचे. यहां स्वतंत्रता सेनानी जतीन्द्र दास की तस्वीर पर माल्यार्पण किया.
निर्दोष ग्रामीणों की रिहाई की भी की मांग: शहीद जतीन्द्र दास की जंयती के बाद ग्रामीणों ने जेल में बंद निर्दोष ग्रामीणों को रिहा करने की मांग को लेकर नारे लगाए. ग्रामीणों का कहना है कि "पुलिस ने निर्दोष ग्रामीणों को नक्सली बताकर जेल में बंद किया गया है. जिन्हें तुरंत रिहा किया जाए. इसके अलावा छोटेडोंगर आमदई माइंस में खनन कर रही जायसवाल निको कंपनी को खनन काम बंद कर यहां से भगाया जाए. जल, जंगल, जमीन में हम आदिवासियों का अधिकार है. हमारी अनुमति के बिना लौह अयस्क खनन किया जा रहा है, जिसे बंद किया जाए."
महान स्वतंत्रता सेनानी थे जतीन्द्र दास : ग्रामीणों की मानें तो जतीन्द्र दास एक महान स्वतंत्रता सेनानी थी. उन्हें उनके साथी जतीन्द्र दा कहकर पुकारते थे, जो जेल में भूख हड़ताल के दौरान शहीद हो गए थे. जतीन्द्र दास बहुत कम उम्र में ही देश के लिए कुर्बान हो गए थे.