नारायणपुर: बीती रात हुए पुलिस-नक्सली मुठभेड़ को मारे गए नक्सली के परिजनों ने फर्जी (Narayanpur police Naxalite encounter is fake ) बताया है. परिजनों ने पुलिस पर मृतक मानू मरेटी का फर्जी एनकाउंटर (fake encounter of manu mareti) करने का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि मानू मरेटी बस्तर फाइटर में भर्ती होने की तैयारी कर रहा था. मृतक का भाई डीआरजी का जवान है.
बीती रात नारायणपुर में क्या हुआ था
जिले के भरंडा से 6 किलोमीटर दूर दक्षिण दिशा में पुल के पास बीती रात लगभग डेढ़ बजे जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ में जवानों ने एक नक्सली को मार गिराया था. सर्चिंग के दौरान नक्सली का शव भी मिला. साथ ही भरमार हथियार के साथ, 3 किलो का कुकर, ID बम, भारी मात्रा में नक्सल सामग्री और दवाईयां भी मिली है. जिले के एसपी गिरिजाशंकर जायसवाल ने मुठभेड़ की पुष्टि की.
लगभग 15 मिनट चली मुठभेड़
नारायणपुर एसडीओपी अनुज कुमार ने घटना के संबंध में बताया कि 'बीती रात डीआरजी के जवान गस्त पर निकले थे. इसी दौरान भरंडा के पास अचानक जंगलों से फायरिंग हुई. जवानों ने जवाबी फायरिंग की तो नक्सली अपने आप को कमजोर होता देख भाग खड़े हुए. मुठभेड़ लगभग 15 मिनट चली. मुठभेड़ खत्म होने के बाद एरिया सर्चिंग किया गया तो मौके से एक नक्सली का शव और दैनिक उपयोग का सामान बरामद हुआ. अज्ञात नक्सली की कोई पहचान नहीं हो पाई है.
इधर मृतक नक्सली के परिजन फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगाकर जिला मुख्यालय पहुंचे. परिजनों का कहना है कि पुलिस लाइन में मीडिया के सामने भरमार बन्दूक के साथ ग्रामीण के शव को दिखाकर अज्ञात नक्सली बता दिया गया. पुलिस के खिलाफ परिजन आक्रोशित है.