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गांव-गांव ईटीवी भारत: बिना परमिशन के शादियां हुईं, नारायणपुर का करलखा गांव कंटेनमेंट जोन बन गया ! - Corona in Narayanpur

करलखा, 900 से ज्यादा जनसंख्या वाला ये गांव कोरोना संक्रमण का गवाह बन गया है. 5 दिन के अंदर यहां 39 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं और एक की जान चली गई है. बुजुर्ग की मौत के बाद लोग टेस्ट कराने लगे और स्थिति सामने आने लगी. सरपंच अधारी राम सलाम कहते हैं कि गांव में तीन शादियां हुईं है, कोरोना फैलने की ये बड़ी वजह हो सकती है. इस रिपोर्ट में देखिए कि लापरवाही कितनी भारी पड़ सकती है.

Corona increased due to marriage function in Karlakha village of Narayanpur
करलखा गांव
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Published : May 17, 2021, 5:59 PM IST

Updated : May 17, 2021, 7:09 PM IST

नारायणपुर: छत्तीसगढ़ के गांवों में तेजी से फैल रहा कोरोना संक्रमण शासन-प्रशासन के लिए नई और बड़ी चुनौती है. जिला मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत करलखा कोरोना के नए हॉटस्पॉट के रूप में सामने आया है. कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए जिला प्रशासन ने इस गांव को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित किया है. जांच बढ़ने पर मरीजों की संख्या बढ़ सकती है. नाइस गांव के सरपंच अधारी राम कहते हैं लोगों को समझाया जा रहा है और कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिए जा रहे हैं. सरपंच को कहना है कि गांव में हुईं शादियां और दूध सप्लाई इस महामारी के फैलने की बड़ी वजह हो सकती हैं.

गांव-गांव ईटीवी भारत में नारायणपुर जिले के करलखा गांव में क्या है कोरोना का हाल

12 मई से अब तक 5 दिन के सैंपल में 39 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं और एक की जान चली गई है. बुजुर्ग की मौत के बाद लोग टेस्ट कराने लगे और स्थिति सामने आने लगी. सरपंच अधारीराम सलाम कहते हैं कि गांव में तीन शादियां हुईं है, कोरोना फैलने की ये बड़ी वजह हो सकती है. वे कहते हैं शादियों के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है. नारायणपुर जिले में 19 अप्रैल से 17 मई तक जिले में संपूर्ण लॉकडाउन है. जरूरी चीजें छोड़कर सभी गतिविधियां बंद हैं. किसी भी शादी या अन्य अंत्येष्टि में 10 लोग ही शामिल हो सकते हैं. लेकिन शादी में भीड़ जुटने से इस गांव में कोरोना फैला होगा.

Corona increased due to marriage function in Karlakha village of Narayanpur
गांव में सख्ती


गांव-गांव ईटीवी भारत: दुर्ग का बेलौदी गांव, जहां सीएम पढ़े वहां स्वास्थ्य सुविधाओं की दरकार


करलखा कंटेनमेंट जोन घोषित

करलखा गांव को कंटेंटमेंट जोन घोषित किया गया है. तीन सौ मकान वाले इस गांव की कुल जनसंख्या 900 से ज्यादा है. यहां 9 वार्ड शामिल हैं. जिले में लगभग दो दर्जन से अधिक स्थानों पर और गांवो में भी टेस्टिंग बढ़ा दी गई है. सरपंच का कहना है कि सबकी टेस्टिंग की जाएगी, जिससे संक्रमित लोगों की पहचान हो सके. अब तक गांव के आधे लोगों का ही टेस्ट किया गया है. बाकी लोगों की टेस्टिंग से संक्रमित लोगों का आंकड़ा बढ़ सकता है.

Corona increased due to marriage function in Karlakha village of Narayanpur
करलखा गांव
लॉकडाउन के दौरान गांव में हुईं 3 शादियां
करलखा के सरपंच बताते हैं कि गांव में 10 दिन पहले 3 शादियां हुई हैं. वे बताते हैं कि राजनांदगांव, बालोद जिला और कांकेर जिले के बाराती शादी में शामिल हुए थे. जिला प्रशासन के द्वारा विवाह समारोह में शामिल होने कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए सीमित संख्या में ही अनुमति दी थी. लेकिन बताया जा रहा है कि गांव की तीनों शादियों में सैकड़ों की संख्या में दूर-दराज और आस-पास के बाराती, मेहमान और ग्रामीण जुटे थे. कोविड-19 गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते हुए शादियां सम्पन्न हुईं और नतीजा ये हुआ कि गांव कंटेनमेंट जोन में बदल गया.
Corona increased due to marriage function in Karlakha village of Narayanpur
गांव का बार्डर सील
इस गांव से पूरे शहर में दूध की होती है सप्लाई
करलखा गांव में दूध का सबसे बड़ा हब माना जाता है. गांव से पूरे नारायणपुर शहर में दूध की सप्लाई की जाती है. ऐसा माना जा रहा है कि जहां शहर में तेजी से लॉकडाउन के बाद भी कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ रहे थे, उसी बीच इस गांव के लोग शहर के हर घर में दूध छोड़ने सुबह-शाम जाते थे. सरपंच का कहना है कि दूध सप्लाई करने वाले पॉजिटिव लोगों के संपर्क में आए होंगे और कोरोना गांव पहुंच गया.
Corona increased due to marriage function in Karlakha village of Narayanpur
गांव सील

गांव गांव ईटीवी भारत: धमतरी का ऐसा गांव जहां ग्रामीणों की समझदारी से कम हुई कोरोना संक्रमण की दर


दूध सप्लाई बंद, शहर में किल्लत

करलखा गांव की बदौलत नारायणपुर शहर में दूध की आपूर्ति होती है. करलखा गांव के कोरना हॉट-स्पॉट के रूप में सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने दूध की सप्लाई पर प्रतिबंध लगा दिया है. इस गांव से अब शहर में दूध नहीं आने की वजह से लोग परेशान हो रहे हैं.

Corona increased due to marriage function in Karlakha village of Narayanpur
गांव का बार्डर सील

ग्रामीणों को राशन की हो रही दिक्कत

करलखा के बड़े पारा के ग्रामीण का कहना है कि अचानक पूरा गांव को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है. वे लोग रोज कमाने खाने वाले हैं. अभी गांव से बाहर नहीं जा पा रहे हैं, जिसके चलते उनके सामने आर्थिक समस्याओं के साथ ही खाने-पीने के लिए राशन साग-सब्जी की दिक्कतें भी आ रही हैं. कुछ ग्रामीणों का कहना है कि बड़े पारा में कोरोना पॉजिटिव केस नहीं है फिर भी उन्हें कंटेनमेंट जोन में रहना पड़ रहा है. ग्रामीण सुलोचना बघेल कहना है कि जिले में लॉकडाउन लगे एक महीना हो गया है. ऐसे में उन्हें जरूरत का सामान मिलने में भी परेशानी हो रही है. भगवंति बताती हैं कि उन्हें दो महीने से राशन नहीं मिला है.

गांव के सभी मार्ग बंद हैं. बड़े पारा के ग्रामीणों ने गुरिया से करलखा की और आने वाले रास्त को बंद कर दिया है, जिससे बाहरी ग्रामीणों को प्रवेश न मिल सके. लगातार शासन-प्रशासन, सरपंच और जनप्रतिधि गांव के ग्रामीणों से घर में रहने और मास्क लगाने की अपील कर रहे हैं.

नारायणपुर: छत्तीसगढ़ के गांवों में तेजी से फैल रहा कोरोना संक्रमण शासन-प्रशासन के लिए नई और बड़ी चुनौती है. जिला मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत करलखा कोरोना के नए हॉटस्पॉट के रूप में सामने आया है. कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए जिला प्रशासन ने इस गांव को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित किया है. जांच बढ़ने पर मरीजों की संख्या बढ़ सकती है. नाइस गांव के सरपंच अधारी राम कहते हैं लोगों को समझाया जा रहा है और कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिए जा रहे हैं. सरपंच को कहना है कि गांव में हुईं शादियां और दूध सप्लाई इस महामारी के फैलने की बड़ी वजह हो सकती हैं.

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12 मई से अब तक 5 दिन के सैंपल में 39 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं और एक की जान चली गई है. बुजुर्ग की मौत के बाद लोग टेस्ट कराने लगे और स्थिति सामने आने लगी. सरपंच अधारीराम सलाम कहते हैं कि गांव में तीन शादियां हुईं है, कोरोना फैलने की ये बड़ी वजह हो सकती है. वे कहते हैं शादियों के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है. नारायणपुर जिले में 19 अप्रैल से 17 मई तक जिले में संपूर्ण लॉकडाउन है. जरूरी चीजें छोड़कर सभी गतिविधियां बंद हैं. किसी भी शादी या अन्य अंत्येष्टि में 10 लोग ही शामिल हो सकते हैं. लेकिन शादी में भीड़ जुटने से इस गांव में कोरोना फैला होगा.

Corona increased due to marriage function in Karlakha village of Narayanpur
गांव में सख्ती


गांव-गांव ईटीवी भारत: दुर्ग का बेलौदी गांव, जहां सीएम पढ़े वहां स्वास्थ्य सुविधाओं की दरकार


करलखा कंटेनमेंट जोन घोषित

करलखा गांव को कंटेंटमेंट जोन घोषित किया गया है. तीन सौ मकान वाले इस गांव की कुल जनसंख्या 900 से ज्यादा है. यहां 9 वार्ड शामिल हैं. जिले में लगभग दो दर्जन से अधिक स्थानों पर और गांवो में भी टेस्टिंग बढ़ा दी गई है. सरपंच का कहना है कि सबकी टेस्टिंग की जाएगी, जिससे संक्रमित लोगों की पहचान हो सके. अब तक गांव के आधे लोगों का ही टेस्ट किया गया है. बाकी लोगों की टेस्टिंग से संक्रमित लोगों का आंकड़ा बढ़ सकता है.

Corona increased due to marriage function in Karlakha village of Narayanpur
करलखा गांव
लॉकडाउन के दौरान गांव में हुईं 3 शादियां
करलखा के सरपंच बताते हैं कि गांव में 10 दिन पहले 3 शादियां हुई हैं. वे बताते हैं कि राजनांदगांव, बालोद जिला और कांकेर जिले के बाराती शादी में शामिल हुए थे. जिला प्रशासन के द्वारा विवाह समारोह में शामिल होने कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए सीमित संख्या में ही अनुमति दी थी. लेकिन बताया जा रहा है कि गांव की तीनों शादियों में सैकड़ों की संख्या में दूर-दराज और आस-पास के बाराती, मेहमान और ग्रामीण जुटे थे. कोविड-19 गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते हुए शादियां सम्पन्न हुईं और नतीजा ये हुआ कि गांव कंटेनमेंट जोन में बदल गया.
Corona increased due to marriage function in Karlakha village of Narayanpur
गांव का बार्डर सील
इस गांव से पूरे शहर में दूध की होती है सप्लाई
करलखा गांव में दूध का सबसे बड़ा हब माना जाता है. गांव से पूरे नारायणपुर शहर में दूध की सप्लाई की जाती है. ऐसा माना जा रहा है कि जहां शहर में तेजी से लॉकडाउन के बाद भी कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ रहे थे, उसी बीच इस गांव के लोग शहर के हर घर में दूध छोड़ने सुबह-शाम जाते थे. सरपंच का कहना है कि दूध सप्लाई करने वाले पॉजिटिव लोगों के संपर्क में आए होंगे और कोरोना गांव पहुंच गया.
Corona increased due to marriage function in Karlakha village of Narayanpur
गांव सील

गांव गांव ईटीवी भारत: धमतरी का ऐसा गांव जहां ग्रामीणों की समझदारी से कम हुई कोरोना संक्रमण की दर


दूध सप्लाई बंद, शहर में किल्लत

करलखा गांव की बदौलत नारायणपुर शहर में दूध की आपूर्ति होती है. करलखा गांव के कोरना हॉट-स्पॉट के रूप में सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने दूध की सप्लाई पर प्रतिबंध लगा दिया है. इस गांव से अब शहर में दूध नहीं आने की वजह से लोग परेशान हो रहे हैं.

Corona increased due to marriage function in Karlakha village of Narayanpur
गांव का बार्डर सील

ग्रामीणों को राशन की हो रही दिक्कत

करलखा के बड़े पारा के ग्रामीण का कहना है कि अचानक पूरा गांव को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है. वे लोग रोज कमाने खाने वाले हैं. अभी गांव से बाहर नहीं जा पा रहे हैं, जिसके चलते उनके सामने आर्थिक समस्याओं के साथ ही खाने-पीने के लिए राशन साग-सब्जी की दिक्कतें भी आ रही हैं. कुछ ग्रामीणों का कहना है कि बड़े पारा में कोरोना पॉजिटिव केस नहीं है फिर भी उन्हें कंटेनमेंट जोन में रहना पड़ रहा है. ग्रामीण सुलोचना बघेल कहना है कि जिले में लॉकडाउन लगे एक महीना हो गया है. ऐसे में उन्हें जरूरत का सामान मिलने में भी परेशानी हो रही है. भगवंति बताती हैं कि उन्हें दो महीने से राशन नहीं मिला है.

गांव के सभी मार्ग बंद हैं. बड़े पारा के ग्रामीणों ने गुरिया से करलखा की और आने वाले रास्त को बंद कर दिया है, जिससे बाहरी ग्रामीणों को प्रवेश न मिल सके. लगातार शासन-प्रशासन, सरपंच और जनप्रतिधि गांव के ग्रामीणों से घर में रहने और मास्क लगाने की अपील कर रहे हैं.

Last Updated : May 17, 2021, 7:09 PM IST
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