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शांत मानसरोवर डैम की बदली सूरत, नारायणपुर को मिला नया पर्यटन स्थल - मानसरोवर पर्यटन स्थ्ल नारायणपुर

नारायणपुर में 40 साल पुराने बांध का जीर्णोद्धार किया गया. इस बांध का नाम शांत मानसरोवर रखा गया है. जिसका शुभारंभ बस्तर सांसद दीपक बैज और विधायक चंदन कश्यप ने किया.

Shant Mansarovar tourist destination
शांत मानसरोवर डैम
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Published : Dec 3, 2020, 2:55 PM IST

Updated : Dec 4, 2020, 6:05 AM IST

नारायणपुर: बस्तर सांसद दीपक बैज और विधायक चंदन कश्यप ने गुरुवार को पालकी रोड के ग्राम खैराभाट में बने शांत मानसरोवर का शुभारंभ किया. इस मौके पर बड़ी संख्या में क्षेत्र और जिले के लोग मौजूद रहे. पुलिस प्रशासन, करुणा फाउंडेशन की टीम और गांव वालों की मदद से जर्जर बिजली डैम को शांत मानसरोवर पिकनिक और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया गया है.

नारायणपुर को मिला नया पर्यटन स्थल

जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर स्थित बिजली डैम को पिकनिक और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर कायाकल्प किया गया. करुणा फाउंडेशन ने ग्रामीणों की मदद से 10 दिन के अंदर इस पिकनिक स्पॉट को दोबारा घूमने-फिरने लायक बना दिया है. यहां सेल्फी पॉइंट, आरामदायक कुर्सियां, स्विमिंग पूल, बोट कल्ब ,सोलर लाइट, आकर्षित पेंटिंग कर पार्क को खूबसूरत रूप दिया गया है जिससे लोग काफी खुश है. लोग अपने परिवार के साथ डैम घूमने पहुंच रहे हैं. इससे पहले करुणा फाउंडेशन संस्था ने जीर्णोद्धार कर पहाड़ी मंदिर का कायाकल्प किया था.

शांत मानसरोवर में बोटिंग
शांत मानसरोवर में बोटिंग

पढ़ें: SPECIAL: सिरपुर में स्थित है धसकुंड जलप्रपात, सुविधाओं के अभाव में पहचान खो रहा सुंदर पर्यटन स्थल

बांध का किया गया कायाकल्प नारायणपुर जिले में पर्यटन की दृष्टि से प्राकृतिक सौंदर्य से घिरा बिजली बांध शहरी और ग्रामीण लोगों के लिय एक मात्र पिकनिक स्थान है. यहां लोग अपने परिवार के साथ घूमने-फिरने और मछली पकड़ने आते थे, लेकिन देखरेख और रख-रखाव के अभाव में ये पिकनिक स्पॉट सालों से वीरान था और विलुप्त होने के कगार पर पहुंच गया था. जिसे विशेष पहल से दोबारा जीर्णोद्धार कराया गया है. ग्रामीणों ने इसका नाम शांत सरोवर रखा है.

शांत मानसरोवर डैम
शांत मानसरोवर डैम

40 साल पुराना है बांध नारायणपुर जिला मुख्यालय से सात किलोमीटर दूरी पर अबूझमाड़ प्रवेश सीमा पर स्थित बिजली बांध जर्जर हालत में था. कुछ हिस्से की मिट्टी भी धंस गई थी. जिससे पानी का लीकेज हो रहा था, इस कारण आसपास के खेतों को नुकसान पहुंच रहा था. ये बांध 40 साल पुराना है. बांध का निर्माण कार्य की शुरुआत 1980 में शुरू हुआ, जो 1984 में पूरा हुआ. बांध की लंबाई 2 हजार 130 मीटर और उंचाई 13.23 मीटर हैं. इसकी सिंचाई क्षमता 1093 हेक्टेयर है.

मानसरोवर पर्यटन स्थ्ल का शुभारंभ
मानसरोवर पर्यटन स्थ्ल का शुभारंभ

नारायणपुर: बस्तर सांसद दीपक बैज और विधायक चंदन कश्यप ने गुरुवार को पालकी रोड के ग्राम खैराभाट में बने शांत मानसरोवर का शुभारंभ किया. इस मौके पर बड़ी संख्या में क्षेत्र और जिले के लोग मौजूद रहे. पुलिस प्रशासन, करुणा फाउंडेशन की टीम और गांव वालों की मदद से जर्जर बिजली डैम को शांत मानसरोवर पिकनिक और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया गया है.

नारायणपुर को मिला नया पर्यटन स्थल

जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर स्थित बिजली डैम को पिकनिक और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर कायाकल्प किया गया. करुणा फाउंडेशन ने ग्रामीणों की मदद से 10 दिन के अंदर इस पिकनिक स्पॉट को दोबारा घूमने-फिरने लायक बना दिया है. यहां सेल्फी पॉइंट, आरामदायक कुर्सियां, स्विमिंग पूल, बोट कल्ब ,सोलर लाइट, आकर्षित पेंटिंग कर पार्क को खूबसूरत रूप दिया गया है जिससे लोग काफी खुश है. लोग अपने परिवार के साथ डैम घूमने पहुंच रहे हैं. इससे पहले करुणा फाउंडेशन संस्था ने जीर्णोद्धार कर पहाड़ी मंदिर का कायाकल्प किया था.

शांत मानसरोवर में बोटिंग
शांत मानसरोवर में बोटिंग

पढ़ें: SPECIAL: सिरपुर में स्थित है धसकुंड जलप्रपात, सुविधाओं के अभाव में पहचान खो रहा सुंदर पर्यटन स्थल

बांध का किया गया कायाकल्प नारायणपुर जिले में पर्यटन की दृष्टि से प्राकृतिक सौंदर्य से घिरा बिजली बांध शहरी और ग्रामीण लोगों के लिय एक मात्र पिकनिक स्थान है. यहां लोग अपने परिवार के साथ घूमने-फिरने और मछली पकड़ने आते थे, लेकिन देखरेख और रख-रखाव के अभाव में ये पिकनिक स्पॉट सालों से वीरान था और विलुप्त होने के कगार पर पहुंच गया था. जिसे विशेष पहल से दोबारा जीर्णोद्धार कराया गया है. ग्रामीणों ने इसका नाम शांत सरोवर रखा है.

शांत मानसरोवर डैम
शांत मानसरोवर डैम

40 साल पुराना है बांध नारायणपुर जिला मुख्यालय से सात किलोमीटर दूरी पर अबूझमाड़ प्रवेश सीमा पर स्थित बिजली बांध जर्जर हालत में था. कुछ हिस्से की मिट्टी भी धंस गई थी. जिससे पानी का लीकेज हो रहा था, इस कारण आसपास के खेतों को नुकसान पहुंच रहा था. ये बांध 40 साल पुराना है. बांध का निर्माण कार्य की शुरुआत 1980 में शुरू हुआ, जो 1984 में पूरा हुआ. बांध की लंबाई 2 हजार 130 मीटर और उंचाई 13.23 मीटर हैं. इसकी सिंचाई क्षमता 1093 हेक्टेयर है.

मानसरोवर पर्यटन स्थ्ल का शुभारंभ
मानसरोवर पर्यटन स्थ्ल का शुभारंभ
Last Updated : Dec 4, 2020, 6:05 AM IST
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