नारायणपुर : NSUI ने कृषि महाविद्यालय के सामने जमकर हंगामा किया. एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने कॉलेज परिसर के बाहर धरना देकर प्राचार्य पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. कार्यकर्ताओं के मुताबिक एसटीएससी वर्ग के छात्र छात्राओं के लिए स्टेशनरी का पैसा कॉलेज प्रबंधन को मिलता है.लेकिन इसी पैसे को लेकर भ्रष्टाचार किया गया है. कार्यकर्ताओं ने छात्रों को दिए जाने वाली छात्रवृत्ति और स्टेशनरी राशि में घपले का आरोप लगाया है.
क्या है पूरा मामला : कृषि महाविद्यालय के छात्र छात्राओं के मुताबिक एससीएसटी छात्रों को जो पैसा छात्रवृत्ति के रुप में मिलता है. उसी पैसे में से कटौती की गई है.जबकि दूसरे महाविद्यालयों में छात्रवृत्ति और स्टेशनरी का पूरा पैसा मिला है. सरकार की योजना में 750 रुपए की स्टेशनरी का सामान दिया जाना है. लेकिन पिछले चार साल से महाविद्यालय के किसी भी छात्र छात्राओं को ये सामान नहीं दिया गया है.अब छात्र छात्राएं स्टेशनरी और छात्रवृत्ति की मांग पर अड़े हैं. इस दौरान उन्होंने इसका जिम्मेदार प्राचार्य को माना है.
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प्राचार्य ने सारे आरोपों को किया खारिज : एनएसयूआई जिलाध्यक्ष विजय सलाम के मुताबिक '' कृषि महाविद्यालय के छात्र छात्राओं ने शिकायत की है. प्राचार्य छात्रों को रावे का पैसा हो या एसटीएससी बच्चों की स्टेशनरी समान का पैसा नहीं दे रहीं हैं. इसमें भ्रष्टाचार प्राचार्य की तरफ से हो रहा है. जिसके लिए एनएसयूआई सदस्यों ने धरना प्रदर्शन किया है. जब तक छात्र छात्राओं के हक का पैसा उन्हें नहीं मिलेगा तब तक वे प्रदर्शन करते रहेंगे. एनएसयूआई के सदस्य अपनी मांगों को प्राचार्य और कृषि महाविद्यालय के कुलपति पास लेकर जाएंगे. कृषि विश्वविद्यालय नारायणपुर प्राचार्या डॉक्टर रत्ना नसीने ने सारे आरोपों को खारिज कर दिया है.''