नारायणपुर : जिला बल, डीआरजी, ITBP के जवान लगातार छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोध अभियान चला रहे हैं. पुलिस के चलाए जा रहे अभियान से प्रभावित होकर लगातार नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं. जिले में कुल 4 नक्सलियों ने संगठन छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का फैसला लिया. 5 लाख के इनामी नक्सली समेत 4 नक्सलियों ने SP के सामने आत्मसमर्पण किया है.
बीजापुर: 8 लाख के इनामी समेत 2 नक्सलियों ने किया सरेंडर
23 मार्च 2021 को रात में सरेंडर नक्सली मनीषा, विश्वनाथ उर्फ मंगेश और सुमित्रा ने लगातार पैदल सफल तय किया. लगातार 2 दिन पैदल चलकर दिनांक 25 मार्च 2021 को ग्राम महिमागवाड़ी पहुंचे. नारायणपुर पुलिस से सम्पर्क कर शुक्रवार को नारायणपुर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया.
- हेमबती सलाम उर्फ मनीषा- वर्ष 2005 में नक्सली कमाण्डर रामू ने संगठन में हेमबती को शामिल किया. हेमबती की उम्र 27 वर्ष है. निवासी महिमागवाड़ी थाना झाराघाटी जिला नारायणपुर की रहने वाली है. माड़ डिवीजन मास स्कूल टीम की वह शिक्षिका थी. राज्य शासन ने उस पर 5 लाख का इनाम घोषित किया था.
- मंगू मोड़ियामी उर्फ मंगेश उर्फ विश्वनाथ- वर्ष 2017 में राजेश डीवीसीएम ने डल्ला मिलिशिया में भर्ती किया था. डल्ला मिलिशिया कमाण्डर बदरू और डल्ला जनताना सरकार अध्यक्ष सोमलूम के साथ काम किया है. उत्तर गढ़चिरौली कसनसुर एरिया कमेटी में कसनसुर एलओएस सदस्य था. राज्य शासन ने 1 लाख रूपये का इनाम घोषित किया है.
- मासे पोड़ियाम उर्फ सुमित्रा - वर्ष 2018 में नक्सली कमाण्डर रत्ती निवासी अकुड़ और समलू पीएम ने झारा एलओएस सदस्य के रूप में शामिल किया. झारा एलओएस में एक महीने काम करने के बाद नक्सली कमाण्डर रत्ती और अरूण सीवाईपीसी कम्पनी नम्बर-1 कमाण्डर में रहकर काम कर रही थी. इन्द्रावती एलओएस सदस्य रह चुकी हैं. सरकार ने 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है.
- मोटी उसेंडी उर्फ लक्ष्मी - जनताना सरकार अंतर्गत पोरयुल नक्सली संगठन का प्रचार-प्रसार का कार्य करते थे. गांव में नक्सलियों के आने पर भोजन व्यवस्था और ग्रामीणों को एकत्रित करते थे. पोरयुल पंचायत सीएनएम सदस्य थी.