मुंगेली: दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के सचिव रमन्ना उर्फ रावला श्रीनिवास की मौत के बाद 4 राज्यों की पुलिस ने राहत की सांस ली है. डेढ़ करोड़ के इनामी नक्सली रमन्ना की मौत पर छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि इससे नक्सलियों की लीडरशिप कमजोर होगी.
मुंगेली जिले के दौरे के दौरान गृहमंत्री ने कहा कि नई सरकार के बनने के बाद से प्रदेश में नक्सली वारदातों में भारी कमी आयी है. वहीं लगातार नक्सलियों के मारे जाने और सरेंडर की कार्रवाई भी हुई है. उन्होंने कहा कि नक्सलियों पर रमन्ना की मौत का बहुत बुरा असर हुआ है. रमन्ना की मौत से उनका लिडरशीप कमजोर हुआ है, इससे नक्सली वारदातों में और भी कमी आएगी.
बड़े नक्सली हमले में था शामिल
बता दें कि रमन्ना अप्रैल 2010 में हुई अब तक की सबसे बड़ी नक्सल वारदात ताड़मेटला कांड का मास्टरमाइंड था. इसी घटना ने देश का ध्यान बस्तर की नक्सल समस्या की ओर खींचा था. घटना में ताड़मेटला में CRPF के 76 जवान मारे गए थे.
डेढ़ करोड़ का इनामी था रमन्ना
रमन्ना तेलंगाना के वारंगल जिले का रहने वाला था, जिसने 15 साल की उम्र में हथियार उठा लिया था. तभी से वह दक्षिण बस्तर के सुकमा और बीजापुर जिले के बीच के जंगलों में सक्रिय रहा है. रमन्ना पर डेढ़ करोड़ का इनाम रखा गया था. बीते दिनों नक्सलियों ने रमन्ना के अंतिम संस्कार की फोटो भी जारी की है.