रायपुर: आरंग नगर में नगर पालिका की लापरवाही से 10 साल के एक दिव्यांग बच्चे की मौत का मामला सामने आया है. आरंग नगर के महामाया पारा में 10 साल के दिव्यांग खिलेंद्र साहू खेल रहा था. खिलेंद्र साहू बोल और सुन नहीं सकता था. खेलते-खेलते खिलेंद्र साहू अचानक नाले के खुले हिस्से में गिर गया. जिससे उसकी मौत हो गई.
स्थानीय बताते हैं, मेन रोड पर नाले का निर्माण हुआ है जो जगह-जगह से खुला हुआ है. जिसपर नगर पालिका कोई ध्यान नहीं दे रहा है. शुक्रवार को महामाया पारा में 10 साल के दिव्यांग खिलेंद्र साहू खेल-खेल में नाला में गिर गया. जहरीली गैस और गंदगी से बजबजाते नाले में बोलने और सुनने में असमर्थ खिलेंद्र जिंदगी के लिए जद्दोजहद कर रहा, लेकिन किसी ने मासूम दिव्यांग की अवाज नहीं सुनी. काफी देर खिलेंद्र साहू के नहीं दिखने पर जब उसके परिजनों ने खोजबीन शुरू की तो एक बच्चे ने खिलेंद्र साहू के नाली में गिरने की बात बताई. जिसके बाद आसपास के लोग बचाव कार्य में लग गए. कुछ देर बाद बच्चे को नाले से बाहर निकाला गया और आनन-फानन में हॉस्पिटल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
घटना के बाद से नाली निर्माण एजेंसी और नगर पालिका की लापरवाही को लेकर लोगों में काफी गुस्सा है. स्थानी प्रशासन से दिव्यांग के परिजनों को मुआवजा देने की मांग के साथ दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं घटना के बाद नगर में नगर पालिका और नाली निर्माण एजेंसी लोक निर्माण विभाग ने नाली के खुले होने का ठीकरा एक-दूसरे पर फोड़ अपना पल्ला झाड़ दिया है.