मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : जनकपुर को नगर पंचायत बनाने की मांग आखिरकार पूरी हुई. छत्तीसगढ़ राजपत्र में जनकपुर ग्राम पंचायत को नगर पंचायत का दर्जा देने की अधिसूचना जारी हुई. विकासखंड के सभी कार्यालय जनकपुर में होने की वजह से इस ग्राम पंचायत को नगर पंचायत बनाने की मांग की जा रही थी. जब सीएम भूपेश बघेल भेंट मुलाकात के दौरान जिले के बहरासी में पहुंचे थे तो जनकपुर वासियों ने उनके सामने नगर पंचायत की मांग की थी.जिसके बाद सीएम भूपेश ने जनकपुर को नगर पंचायत बनाने की घोषणा की.सीएम भूपेश की घोषणा के बाद आखिरकार वो दिन आ गया जब जनकपुर को नगर पंचायत बनाने की अधिसूचना जारी हुई.
जनकपुर में हैं भरतपुर ब्लॉक के कई दफ्तर : आपको बता दें नगर पंचायत जनकपुर में ग्राम पंचायत जनकपुर क्षेत्र को ही शामिल किया गया है. जनकपुर में एसडीएम कार्यालय से लेकर पुलिस थाना, जनपद पंचायत, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, महाविद्यालय के अलावा कई शासकीय कार्यालय संचालित हैं. आपको बता दें कि बीजेपी सरकार के समय से जनकपुर को नगर पंचायत बनाने की मांग होती रही है.लेकिन कांग्रेस शासन में जनकपुर को नगर पंचायत बनाया गया.
''ग्राम पंचायत जनकपुर को नगर पंचायत बनाने की बहुत पुरानी मांग थी. जो 2009 से चली आ रही थी. लेकिन पिछली सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया.लेकिन कांग्रेस की सरकार में बरसों पुरानी मांग पूरी हुई. '' अंकुर सिंह, उपसरपंच,जनकपुर पंचायत
इस मांग के पूरे होने पर स्थानीय विधायक गुलाब कमरो ने सीएम भूपेश का आभार जताया.साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधि भी बेहद खुश हैं.
''यह ग्राम पंचायत अब नगर पंचायत बन चुका है. मेरा मानना है कि नगर पंचायत बनने के बाद अब गांव का विकास एक व्यवस्थित तरीके से विकास हो पाएगा. इतनी पुरानी मांग जो आज पूरी हुई है. इस पर हम छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हैं.'' राजेश मिश्रा,अध्यक्ष व्यापार संघ
वहीं क्षेत्रीय विधायक गुलाब कमरो ने जनता की बरसों पुरानी मांग पूरी होने पर प्रदेश के सीएम को धन्यवाद कहा है.गुलाब कमरो ने कहा कि सीएम भूपेश के इस फैसले से जनकपुर का विकास होगा.साथ ही साथ जल्द ही नगर पंचायत में सीएमओ की पदस्थापना करवा दिया जाएगा.
भेंट मुलाकात के दौरान हुई थी घोषणा : आपको बता दें कि भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान सीएम भूपेश का जून महीने में भरतपुर में आगमन हुआ था. सीएम के सामने जनकपुर वासियों ने बढ़ती ग्राम पंचायत की जनसंख्या और पंचायत में फंड की कमी बताकर उनसे नगर पंचायत का दर्जा देने की मांग की थी.सीएम भूपेश ने ग्रामीणों की परेशानी को समझते हुए आखिरकार बरसों पुरानी मांग को पूरा कर दिया.