मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को राम लला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भव्य तैयारियां चल रही है. भगवान राम को लगाये जाने वाले विशेष भोग में उनके ननिहाल छत्तीसगढ़ के चावल का उपयोग किया जाएगा. प्रदेश से लगभग 300 टन चावल अयोध्या ले जाया जाएगा. यह अब तक कि सबसे बड़ी चावल की खेप होगी, जो अयोध्या पहुंचेगी. छत्तीसगढ़ के कई जिलों से भोग के लिए चावल एकत्रित किया जा रहा है. प्रदेश के सीएम विष्णुदेव साय 28 तारीख 2023 को चावल से भरे ट्रकों को हरी झंडी दिखाकर अयोध्या के लिए रवाना करेंगे.
माता कौशल्या की जन्म भूमि से जाएगा चावल: इस संबंध में मनेद्रगढ़ विधायक और केबिनेट मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने कहा, "यह प्रदेश कौशल प्रदेश रहा है, जो रामलला की जननी माता कौशल्या की जन्म भूमि है. इसलिए भगवान रामचन्द्र हमारे भांजे होते हैं. निश्चित रूप से राम लाल की स्थापना अयोध्या में हो रही है. जैसे ननिहाल में बालक पैदा होने पर उत्सव मानते हैं, वैसा उत्सव हम लोग भी मनाएंगे. मैं सभी से इसके लिए अपील भी कर चुका हूं."
सभी राईस मिलर मिलकर पूरे प्रदेश भर से 300 टन अच्छे क्वालिटी के चावल एकत्रित कर रहे हैं. जिसे 28 दिसंबर को अयोध्या के लिए रवाना करेंगे. सभी धार्मिक संगठनों, सामाजिक संगठनों और छत्तीसगढ़ के लाखों लोगों ने इस मुहिम में बढ़ चढ़ कर अन्न दान किया है. क्योंकि छत्तीसगढ़ से जो चावल जा रहा है, वो वहां के प्रसाद में उपयोग होगा." - श्यामबिहारी जायसवाल, कैबिनेट मंत्री, छत्तीसगढ़
मंत्री जी ने जनता से अपील की है कि 22 जनवरी को सभी अपने नगर में, गांव में एक उत्सव का माहौल बनाएं. अपने घरों को सजाएं, दिप जलाएं साथ ही नगर भ्रमण करें. सभी क्षेत्रों में श्री राम भगवान के लिए कलश भ्रमण का आयोजन हो रहा है. जिससे एक धार्मिक के साथ साथ सांस्कृतिक और आध्यत्मिक वातावरण पूरे छत्तीसगढ़ में बनना शुरु हो चुका है.