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महासमुंद के गढ़फुलझर में सड़क बनाने को लेकर ग्रामीणों का अनोखा प्रदर्शन - गढ़फुलझर में ग्रामीणों का प्रदर्शन

महासमुंद जिले में बसना ब्लॉक के ग्राम गढ़फुलझर में ग्रामीणों ने सड़क पर धान की रोपाई कर डाली और गुस्सा जाहिर किया. बात यह है कि खराब सड़क को बनाने को लेकर प्रदर्शन किया गया.

bad road in garhphuljhar
गढ़फुलझर में खराब रोड
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Published : Sep 25, 2022, 5:54 PM IST

Updated : Sep 25, 2022, 6:48 PM IST

महासमुंद: महासमुंद जिले में बसना ब्लॉक के ग्राम गढ़फुलझर में ग्रामीणों ने खराब सड़क को लेकर अनोखा प्रदर्शन किया है. गांव के पदमपुर मुख्यमार्ग पर गुस्साए ग्रामीणों ने कीचड़ भरी सड़क पर ही धान की रोपाई कर डाली और अपना गुस्सा जाहिर किया है. सड़क की मरम्मत करने के बजाय ग्राम पंचायत ने बने सड़क पर लाल मिट्टी की चादर बिछा दी, जिससे सड़क पर चलना तो दूर यह सड़क अब दुर्घटनाओं को न्योता देने जैसा हो गया है. वहीं अब ग्रामीण पूरे मामले में भ्रष्टाचार जैसे आरोप भी लगा रहे हैं.

यह भी पढ़ें: कहावत बदली जंगल में नक्सली नाचें सुरक्षा बलों ने नहीं देखा!

महासमुंद में कई गांव के सड़कें खराब: गांव के विकास की पहचान वहां की सड़कों से होती है. लेकिन आज भी महासमुंद जिले के बसना जनपद में कई गांव ऐसे हैं जहां के ग्रामीणों को शासन-प्रशासन से सड़क की मांग कर विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा है. बसना जनपद पंचायत के गढ़फुलझर बाजार से पदमपुर मार्ग कीचड़, गड्डों युक्त रास्ता देख कर इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार सिर्फ विकास के बड़े-बड़े दावे कर रही है. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और बयां कर रही है. यहां जर्जर सड़कें सरकार के विकास कार्यों के तमाम दावों को खोखला साबित कर रही है.

सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा: राहगीरों को कीचड़ से सराबोर होकर गुजरना पड़ता है. स्कूली बच्चों को स्कूल से आने-जाने में तकलीफ होती है. यहां तक इन गड्ढों में ग्रामीणों को गिरकर चोटिल भी होना पड़ता है. गडफुलझर गांव की रहने वाली महिला वृन्दावती पांडेय और ग्रामीण तपनेश्वर पांडे का कहना है कि उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. यह सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है.


कीचड़युक्त सड़क पर ग्रामीणों का चेतावनी: ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वह सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करेंगे. जिसके जिम्मेदार अधिकारी होंगे. बता दें कि कीचड़ युक्त सड़क से बच्चे स्कूल और आंगनबाड़ी जाते है, हमेशा उनके कपड़ो में कीचड़ लगे होते हैं और दुर्घटना का शिकार होते रहते हैं. बारिश के दिनों में ग्रामीणों की चुनौतियां और भी ज्यादा बढ़ जाती हैं. यहां नालियां भी नहीं बनाई गई जिसकी वजह से गंदे पानी की निकासी नहीं हो पाती है. सारा पानी सड़क पर आ जाता है.

ग्राम पंचायत पर लापरवाही का आरोप: ग्रामीणों ने कहा कि सड़क की मरम्मत करने की जगह ग्राम पंचायत की लापरवाही से सड़क पर लाल मिट्टी डाल दी. जिसकी वजह से सड़क पर निकलना और भी ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो गया. ऐसे में ग्रामीण लगातार हादसे का शिकार हो रहे हैं. वाहन भी सड़क पर फंस रहे हैं. ग्रामीणो ने कई बार अधिकारियों से सड़क बनवाने की मांग की. लेकिन किसी ने अभी तक नहीं सुनी. जिसके चलते ग्रामीणों ने सड़क पर ही धान की रोपाई कर अपना गुस्सा जाहिर किया है. यहां स्कूली बच्चों के परिजन और स्कूल के शिक्षक भी समस्या बताते हुए सड़क की मांग कर रहे हैं.

वहीं इस मामले में पंचायत सीईओ एमआर यदु का कहना है कि इस संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है. संबंधित पंचायत से पूछताछ कर कार्रवाई की जाएगी.

महासमुंद: महासमुंद जिले में बसना ब्लॉक के ग्राम गढ़फुलझर में ग्रामीणों ने खराब सड़क को लेकर अनोखा प्रदर्शन किया है. गांव के पदमपुर मुख्यमार्ग पर गुस्साए ग्रामीणों ने कीचड़ भरी सड़क पर ही धान की रोपाई कर डाली और अपना गुस्सा जाहिर किया है. सड़क की मरम्मत करने के बजाय ग्राम पंचायत ने बने सड़क पर लाल मिट्टी की चादर बिछा दी, जिससे सड़क पर चलना तो दूर यह सड़क अब दुर्घटनाओं को न्योता देने जैसा हो गया है. वहीं अब ग्रामीण पूरे मामले में भ्रष्टाचार जैसे आरोप भी लगा रहे हैं.

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महासमुंद में कई गांव के सड़कें खराब: गांव के विकास की पहचान वहां की सड़कों से होती है. लेकिन आज भी महासमुंद जिले के बसना जनपद में कई गांव ऐसे हैं जहां के ग्रामीणों को शासन-प्रशासन से सड़क की मांग कर विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा है. बसना जनपद पंचायत के गढ़फुलझर बाजार से पदमपुर मार्ग कीचड़, गड्डों युक्त रास्ता देख कर इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार सिर्फ विकास के बड़े-बड़े दावे कर रही है. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और बयां कर रही है. यहां जर्जर सड़कें सरकार के विकास कार्यों के तमाम दावों को खोखला साबित कर रही है.

सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा: राहगीरों को कीचड़ से सराबोर होकर गुजरना पड़ता है. स्कूली बच्चों को स्कूल से आने-जाने में तकलीफ होती है. यहां तक इन गड्ढों में ग्रामीणों को गिरकर चोटिल भी होना पड़ता है. गडफुलझर गांव की रहने वाली महिला वृन्दावती पांडेय और ग्रामीण तपनेश्वर पांडे का कहना है कि उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. यह सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है.


कीचड़युक्त सड़क पर ग्रामीणों का चेतावनी: ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वह सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करेंगे. जिसके जिम्मेदार अधिकारी होंगे. बता दें कि कीचड़ युक्त सड़क से बच्चे स्कूल और आंगनबाड़ी जाते है, हमेशा उनके कपड़ो में कीचड़ लगे होते हैं और दुर्घटना का शिकार होते रहते हैं. बारिश के दिनों में ग्रामीणों की चुनौतियां और भी ज्यादा बढ़ जाती हैं. यहां नालियां भी नहीं बनाई गई जिसकी वजह से गंदे पानी की निकासी नहीं हो पाती है. सारा पानी सड़क पर आ जाता है.

ग्राम पंचायत पर लापरवाही का आरोप: ग्रामीणों ने कहा कि सड़क की मरम्मत करने की जगह ग्राम पंचायत की लापरवाही से सड़क पर लाल मिट्टी डाल दी. जिसकी वजह से सड़क पर निकलना और भी ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो गया. ऐसे में ग्रामीण लगातार हादसे का शिकार हो रहे हैं. वाहन भी सड़क पर फंस रहे हैं. ग्रामीणो ने कई बार अधिकारियों से सड़क बनवाने की मांग की. लेकिन किसी ने अभी तक नहीं सुनी. जिसके चलते ग्रामीणों ने सड़क पर ही धान की रोपाई कर अपना गुस्सा जाहिर किया है. यहां स्कूली बच्चों के परिजन और स्कूल के शिक्षक भी समस्या बताते हुए सड़क की मांग कर रहे हैं.

वहीं इस मामले में पंचायत सीईओ एमआर यदु का कहना है कि इस संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है. संबंधित पंचायत से पूछताछ कर कार्रवाई की जाएगी.

Last Updated : Sep 25, 2022, 6:48 PM IST
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