महासमुंद: कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए देशभर में 3 मई तक लॉकडाउन लागू है. ऐसे में गांव और शहरों में मजदूरी करके गुजर-बसर करने वालों के सामने बड़ी दिक्कतें खड़ी हो गई थीं, जिसे देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार गरीबों को निःशुल्क 2 माह का राशन एक साथ दे रही है.
अकेले महासमुंद जिले में 3 लाख 10 हजार राशन कार्डधारक हैं, जिसमें 2 लाख 72 हजार एपीएल परिवार इसका लाभ उठा रहे हैं, तो वहीं 38 हजार बीपीएल परिवारों को भी राशन का वितरण किया जा रहा है. खाद्य विभाग के मुताबिक जिले में 577 उचित मूल्य की दुकानें हैं, जिसमें से 551 ग्रामीण और 31 शहरी दुकानों के माध्यम से राशन का वितरण किया जा रहा है. हर परिवार को चावल, शक्कर, नमक के साथ मिट्टी का तेल भी दिया जा रहा है.
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
ग्रामीण क्षेत्रों में भी सरपंच और उचित मूल्य के दुकान संचालक पूरी तैयारी के साथ राशन का वितरण कर रहे हैं. यहां सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. राशन लेने आने वालों का पहले हाथ धुलाया जाता है, उसके बाद राशन दिया जाता है. इसके लिए गांव के सरपंच लोगों को जागरूक कर रहे हैं.