महासमुंद: ETV भारत की मुहिम 'नदिया किनारे किसके सहारे' के कार्यक्रम में महासमुंद जिले के सभी गांव और नदी के किनारे बसने वाले लोग बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं. इसी कड़ी में रविवार को महासमुंद जिले के बागबाहरा ब्लॉक के साले भाटा पंचायत आश्रित ग्राम बैगा खमरिया में पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित हुआ.
जनसंख्या महज 450, जज्बा 4 लाख के बराबर
बैगा खमरिया गांव में आदिवासी, मरार, पटेल और गाढ़ा जाति के लोग ही रहते हैं. इस गांव की जनसंख्या की बात करें तो महज 450 लोग ही यहां निवासरत हैं. लेकिन इनका जज्बा चार लाख लोगों के बराबर है. ये सब जोंक नदी, जो गांव से डेढ़ किलोमीटर दूर है, वहां खेती कर अपना जीवन यापन करते हैं.
पीले कपड़े पहनकर मुहिम में शामिल हुए लोग
गांव की सभी महिलाएं पीले रंग की साड़ी और पुरुष पीले रंग का टीशर्ट पहनकर जोंक नदी के किनारे वृक्षारोपण कर अपनी जोंक नदी को बचाने के लिए आगे आए. साथ ही ETV भारत की मुहिम 'नदिया किनारे किसके सहारे' को बहुत सराहा. उनका कहना है कि यह ETV भारत की मुहिम का ही नतीजा है कि लोग पर्यावरण और नदियों के प्रति जागरूक हो रहे हैं.
नदियों को बचाने में ETV भारत की अहम भूमिका- सांसद
कार्यक्रम में महासमुंद लोकसभा के सांसद चून्नीलाल साहू जी भी शामिल हुए. उनका कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का सपना था नदियों को बचाना है और इस पर उन्होंने काम भी किया. उस सपने और उस काम को जमीन तक लाने में ETV भारत का बड़ा ही अहम रोल है. इसलिए मैं ETV भारत को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं और उनका आभारी भी हूं.