ETV Bharat / state

खेत में सो रहे युवकों को हाथियों ने उतारा मौत के घाट

दंतैल हाथियों ने फिर दो युवकों की जान ले ली है. दोनों युवक खेत में रखवाली करने के लिए गए थे.

Forest department
वन विभाग
author img

By

Published : Nov 26, 2019, 12:57 PM IST

Updated : Nov 26, 2019, 3:28 PM IST

महासमुंद : सिरपुर में सोमवार की रात एक बार फिर दंतेल हाथियों का कहर देखने को मिला. हाथियों ने वास्को डा के पट्टी नंबर-1 में दो युवकों को मौत के घाट उतार दिया. हाथी के हमले में मरने वाले युवकों के नाम बीसाहू ध्रुव और गोविंद पटेल बताए जा रहे हैं.

हाथियों ने उतारा मौत के घाट

दोनों युवक गांव के अंतिम छोर मौजूद पंचायत भवन के पास खेत में धान की रखवाली करने गए थे और नींद करने पर वहीं सो गए थे. इसी दौरान हाथियों ने उनपर हमला कर दिया.

23 हाथियों के मौजूद होने की खबर

बता दें कि बांकुड़ा सिरपुर क्षेत्र में शामिल है, जहां गांव के आसपास अभी भी जंगलों में 23 हाथियों के दल की होने की सूचना है. सोमवार को भी दल से अलग होकर दंतेल हाथी बांकुड़ा और गुरु डी के आसपास खेतों और राहों में भटक रहे थे. जिसे लेकर गजराज वाहन और हंसी मित्र दलों ने गांव में मुनादी भी कराई गई थी.

धान की खूशबू से पहुंचे हाथी: वन विभाग

वन विभाग यह भी अंदाजा लगा रहा है कि दोनों युवकों ने शराब पी रखी होगी और वहीं धान के बोरे में सो गए. हाथी धान की खुशबू सूंघते हुए जब वहां पहुंचे तो, खेत में युवकों लेटा देखकर भड़क गए और उनपर हमला बोल दिया.

25 हजार रुपये का दिया मुआवजा

वन विभाग की टीम और तुमगांव पुलिस मौके पर पहुंची और देर रात ही दोनों युवकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है. विभाग ने मृतक परिवार को प्राथमिक तौर पर 25 हजार रुपये का मुआवजा दिया है. इसके साथ ही वन विभाग ने मामले की जांच के बाद बची हुई मुआवजा राशि देने की बात कही है.

फसलों को पहुंचा रहे नुकसान

गौरतलब है कि कुछ महीने से बाहर नयापारा अभयारण्य की तरफ गए हाथी एक बार फिर सिरपुर क्षेत्र में लौट आए हैं और कुकराडीह, लहंगर, खड़सा में डेरा डाल रखा है. जहां रोजाना यह हाथी किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, तो कभी लोगों से सामना होने पर उन्हें मौत के घाट उतार रहे हैं.

पांच साल में 18 लोगों की ली जान

सरकारी आंकड़ों पर गौर करें तो महासमुंद जिले में बीते 5 सालों में हाथियों ने अब तक 18 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है और हाथी के हमले में 12 लोग घायल हुए हैं. इसके साथ ही हाथियों ने 52 गांव के 7964 किसानों के सैकड़ों हेक्टेयर की फसल को बर्बाद किया है, तो वहीं हाथियों ने 94 ग्रामीणों के मकानों को भी नष्ट किया है, जिसमें वन विभाग करोड़ों रुपए का मुआवजा बांट चुका है.

महासमुंद : सिरपुर में सोमवार की रात एक बार फिर दंतेल हाथियों का कहर देखने को मिला. हाथियों ने वास्को डा के पट्टी नंबर-1 में दो युवकों को मौत के घाट उतार दिया. हाथी के हमले में मरने वाले युवकों के नाम बीसाहू ध्रुव और गोविंद पटेल बताए जा रहे हैं.

हाथियों ने उतारा मौत के घाट

दोनों युवक गांव के अंतिम छोर मौजूद पंचायत भवन के पास खेत में धान की रखवाली करने गए थे और नींद करने पर वहीं सो गए थे. इसी दौरान हाथियों ने उनपर हमला कर दिया.

23 हाथियों के मौजूद होने की खबर

बता दें कि बांकुड़ा सिरपुर क्षेत्र में शामिल है, जहां गांव के आसपास अभी भी जंगलों में 23 हाथियों के दल की होने की सूचना है. सोमवार को भी दल से अलग होकर दंतेल हाथी बांकुड़ा और गुरु डी के आसपास खेतों और राहों में भटक रहे थे. जिसे लेकर गजराज वाहन और हंसी मित्र दलों ने गांव में मुनादी भी कराई गई थी.

धान की खूशबू से पहुंचे हाथी: वन विभाग

वन विभाग यह भी अंदाजा लगा रहा है कि दोनों युवकों ने शराब पी रखी होगी और वहीं धान के बोरे में सो गए. हाथी धान की खुशबू सूंघते हुए जब वहां पहुंचे तो, खेत में युवकों लेटा देखकर भड़क गए और उनपर हमला बोल दिया.

25 हजार रुपये का दिया मुआवजा

वन विभाग की टीम और तुमगांव पुलिस मौके पर पहुंची और देर रात ही दोनों युवकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है. विभाग ने मृतक परिवार को प्राथमिक तौर पर 25 हजार रुपये का मुआवजा दिया है. इसके साथ ही वन विभाग ने मामले की जांच के बाद बची हुई मुआवजा राशि देने की बात कही है.

फसलों को पहुंचा रहे नुकसान

गौरतलब है कि कुछ महीने से बाहर नयापारा अभयारण्य की तरफ गए हाथी एक बार फिर सिरपुर क्षेत्र में लौट आए हैं और कुकराडीह, लहंगर, खड़सा में डेरा डाल रखा है. जहां रोजाना यह हाथी किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, तो कभी लोगों से सामना होने पर उन्हें मौत के घाट उतार रहे हैं.

पांच साल में 18 लोगों की ली जान

सरकारी आंकड़ों पर गौर करें तो महासमुंद जिले में बीते 5 सालों में हाथियों ने अब तक 18 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है और हाथी के हमले में 12 लोग घायल हुए हैं. इसके साथ ही हाथियों ने 52 गांव के 7964 किसानों के सैकड़ों हेक्टेयर की फसल को बर्बाद किया है, तो वहीं हाथियों ने 94 ग्रामीणों के मकानों को भी नष्ट किया है, जिसमें वन विभाग करोड़ों रुपए का मुआवजा बांट चुका है.

Intro:एंकर - महासमुंद जिले के सिरपुर क्षेत्र में एक बार फिर बीती रात द तेल हाथियों का कहर देखने को मिला है हाथियों ने वास्को डा के पट्टी नंबर एक में दो युवक को मौत के घाट उतार दिया है 1 मृतकों में एक का नाम बीसाहू ध्रुव और दूसरे का नाम गोविंद पटेल बताया जा रहा है दोनों युवक गांव के अंतिम छोर पर स्थित पंचायत भवन के पास खेत के बारे में धान की रखवाली करने गए थे जहां सोए रहने के दौरान हाथियों ने उन पर हमला कर दिया अनुमान लगाया जा रहा है कि घटना के दौरान मौके पर दो दहल हाथी मौजूद रहे होंगे तुम गांव थाना क्षेत्र का यह पूरा मामला है।


Body:वीओ 1 - आपको बता दें कि बांकुड़ा सिरपुर क्षेत्र में शामिल है जहां गांव के आसपास अभी भी जंगलों में 23 हाथियों के दल की होने की सूचना है सोमवार को भी दल से अलग होकर 3द तेल हाथी बांकुड़ा और गुरु डी के आसपास खेतों और रोगों में भटक रहे थे जिसे देखकर गजराज वाहन और हंसी मित्र दलों ने गांव में बुनियादी भी कराया था वन विभाग यह भी अंदाजा लगा रहा है कि दोनों युवकों ने शराब का सेवन किया होगा और वही धान के बारे में पी रात में सो गए और जब हाथी धान की खुशबू से वहां पहुंचे तो उनको बारे में पाए और हमला कर दिया हमले के दौरान युवक वहां से भाग नहीं पाए और हाथियों ने मौके पर ही दोनों की जान ले ली सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम और तुम गांव पुलिस मौके पर पहुंची और देर रात ही दोनों के शव को पीएम के लिए जिला अस्पताल लाया गया विभाग ने मृतक परिवार को प्राथमिक मुआवजा राशि 25000 देने के बाद प्रकरण तैयार कर शेष राशि देने की बात कर रही है गौरतलब है कि कुछ माह से बाहर नयापारा अभ्यारण के तरफ गए हाथी एक बार फिर सिरपुर क्षेत्र में लौट आए हैं और कुकराडीह, लहंगर, खड़सा मैं अपना डेरा डाल दिए हैं जहां रोजाना यह हाथी किसानों के फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं तो कभी लोगों से सामना होने पर उसे मौत के घाट उतार रहे हैं।


Conclusion:वीओ 2 - शासकीय आंकड़ों पर गौर करें तो महासमुंद जिले में बीते 5 सालों में हाथियों अब तक 18 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है और 12 लोगों को घायल किया है 52 गांव के 7964 किसानों के सैकड़ों हेक्टेयर की फसल को बर्बाद किया है तो वही हाथियों ने 94 ग्रामीणों के मकानों को भी क्षति पहुंचाया है जिसमें वन विभाग करोड़ों रुपए का मुआवजा बांट चुकी है बावजूद इसके विभाग हाथियों के सामने फेल नजर आ रही है।

बाइट 1 - एमडी मानिकपुरी रेंजर महासमुंद

हकीमुद्दीन नासिर रिपोर्टर ईटीवी भारत महासमुंद छत्तीसगढ़

नोट सर बाइट स्क्रिप्ट और कुछ विजुअल मौजों से भेज रहा हूं सर बाकी बचा हाथी वाला विजुअल उसको ऐप से भेज रहा हूं सर धन्यवाद
Last Updated : Nov 26, 2019, 3:28 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.