महासमुंद: शहर के बीटीआई रोड के किनारे कई दशकों से 46 परिवार रहते आए हैं. इन्हें राज्य शासन के नियम के मुताबिक एसडीएम ने 7 करोड़ रुपए चुकाने का नोटिस दिया है. इन लोगों को 22 मई तक दावा-आपत्ति करना था. सहमति पत्र नहीं देने की सूरत में इन परिवारों को 26 मई तक कब्जा हटाने का नोटिस भी जारी किया गया है. जिसके विरोध में बुधवार को सांसद चुन्नीलाल साहू और पूर्व विधायक विमल चोपड़ा सहित भाजपा कार्यकर्ताओ ने अपने-अपने घरों के सामने कांग्रेस का घोषणापत्र जलाया.
पीड़ित लोगों ने इस नोटिस के खिलाफ तख्ती लेकर अपने-अपने घरों के सामने दो घंटे तक धरना भी दिया. सांसद ने कांग्रेस पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने अपने घोषणापत्र में भूमिहीन परिवारों को घर के लिए जमीन देने का वादा किया था, लेकिन यहां के लोगों को अब बेघर किया जा रहा है.
पीड़ितों ने इच्छामृत्यु की मांग की
बता दें कि शासन की गाइडलाइन के मुताबिक कब्जाधारियों को जमीन का पट्टा लेने के लिए शासन को बाजार मूल्य से 150 प्रतिशत कीमत और 2 प्रतिशत फ्री होल्ड कराने के लिए पैसे देने होंगे. पीड़ित लोगों ने पट्टा देने की मांग की है. पट्टा नहीं देने पर पीड़ित परिवारों ने शासन से इच्छामृत्यु की मांग की है.
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सांसद चुन्नीलाल साहू ने लगाए आरोप
सांसद चुन्नीलाल साहू ने कहा कि चुनाव से पहले कांग्रेस सरकार ने शहरी क्षेत्र में रह रहे लोगों को मकान और पट्टा देने की बात कही थी, लेकिन पट्टा देना तो दूर, यहां के रहवासियों को उनके पुश्तैनी घरों से भी हटाया जा रहा है और घर खाली करने का नोटिस भेजा जा रहा है.