एमसीबी : भरतपुर सोनहत विधानसभा के कई गांवों में मार्च महीने में ही यानी गर्मी के शुरुआती दौर में ही पीने के पानी की समस्या शुरू हो गई है. सबसे ज्यादा परेशानी जुइली पंचायत के लोगों को झेलनी पड़ रही है. ग्राम पंचायत जुइली में 35 परिवारों के डेढ़ सौ लोगों के लिए सिर्फ एक हैंडपंप है. यह हैंडपंप भी गर्मी आते ही सूख जाता है. आपको जानकर हैरत होगी कि यहां के ग्रामीण नाले का पानी पीकर अपनी प्यास बुझा रहे हैं.
पानी के लिए जी तोड़ मेहनत : ग्राम पंचायत पेंड्री के आश्रित गांव सरिसताल में भी पीने के पानी की समस्या है. सरिसताल गांव के संतोष और सुमन बाई बताते हैं ''बिना पानी कोई काम नहीं होता. सुबह उठते ही गांव में लोगों को पानी की चिंता सताने लगती है. परिवार के लिए पानी का इंतजाम करने के लिए लोग हाथों में बर्तन लिए निकल पड़ते हैं. पानी ढूंढना भी पड़ता है. गांव में जल जीवन मिशन के तहत घरों में नल तो लगा है, लेकिन पानी आज तक नहीं आया.''
जनप्रतिनिधि की दलील: भरतपुर सोनहत विधायक गुलाब कमरो कहते हैं ''जिन गांवों में हैंडपंप की मांग की गई, वहां लगाया गया है. जल जीवन मिशन योजना के तहत टंकी बनाने और सोलर पैनल का काम किया जा रहा है. आने वाले दिनों में हर गांव में शुद्ध पानी मिलेगा.''
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क्या कहते हैं अधिकारी : पीएचई विभाग के कार्यपालन अभियंता चंद्र बदन सिंह ने बताया कि '' कोरिया और एमसीबी जिले में 40 हजार एफएसटीपी का निर्माण हुआ है. काम लगातार जारी है. दोनों जिलों में जल जीवन मिशन 468 करोड़ की योजना अंतिम चरण में है. 2024 तक योजना को कंप्लीट करने की उम्मीद है.''