कोरिया: भरतपुर विकासखंड के हरचोका में स्थित मवई नदी के किनारे सीतामढ़ी का प्राचीन मंदिर है. यहां बीते आधा दशकों से अवैध रेत के खनन का कारोबार लगातार जारी है. ग्रामीणों के लगातार विरोध करने के बावजूद भी आज तक अवैध रेत खनन (illegal mining in Korea) बंद नहीं हुआ. बल्कि रेत माफिया के कारोबार का दायरा बढ़ता ही जा रहा है. जिस पर शासन-प्रशासन लगाम लगाने में नाकामयाब रही है. ग्रामीणों और माफियाओं के बीच लगातार मारपीट की घटना बढ़ते जा रही है.
रेत माफिया करता है मारपीट: हाल ही में रेत माफिया के गुर्गों के द्वारा खनन का विरोध कर रहे एक ग्रामीण से मारपीट करने की घटना सामने आई थी. मारपीट के दौरान एक ग्रामीण युवक का पैर तोड़ दिया गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. बल्कि स्थानीय नेताओं के द्वारा रेत माफियाओं से कुछ रकम दिलाकर मामला को शांत करा दिया गया.
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स्थानीय प्रशासन नहीं कर रहा कार्रवाई: ग्रामीणों का कहना है कि हरचोका स्थित मवई नदी के किनारे स्थित सीतामढ़ी का अस्तित्व भी खतरा में पड़ गया है. राज्य सरकार इसे पर्यटन के रुप में विकसित कर रहा है. लेकिन यहां तो पर्यटन की आड़ में लगातार अवैध रेत का उत्खनन (illegal mining in Korea) किया जा रहा है. अगर रेत माफियाओं के ऊपर कार्रवाई नहीं की जाएगी, तो यह आंदोलन आगे भी जारी रहेगी. स्थानीय प्रशासन द्वारा कार्रवाई न किया जाना कई सवालों को जन्म देता है.