मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: mcb crime news एमसीबी जिले के केल्हारी में चोरों ने सूने मकान को अपना निशाना बनाया है. जहां से चोरों ने मकान से लाखों के जेवरात उड़ा लिए. पुलिस ने मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. जिनके कब्जे से चोरी का समान भी पुलिस ने जब्त कर लिया है.
सुनसान घर को बनाया निशाना: चोरी के मामले का खुलासा करते हुए थाना प्रभारी केल्हारी प्रधुम्न तिवारी ने बताया कि "शिकायतकर्ता रमेश प्रसाद शुक्ला ने रिपोर्ट दर्ज कराया. जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया की 4 नवम्बर 2022 को करीब 09:30 बजे वह अपनी बहन के घर धनपुर पेण्ड्रा गया हुआ था. उसकी पत्नी सवित्री शुक्ला घर पर ही थी. जो शाम के करीब सात बजे गांव में तुलसी एकादशी की पूजा में शामिल होने गई. जिसने घर के दरवाजे पर ताला बंद किया हुआ था.
ऐसे मिली चोरी की जानकारी: रात करीब आठ बजे जब शिकायतकर्ता की पत्नी घर वापस आई. तब दरवाजा खोलने पर वह नहीं खुला. जसके बाद उसने पड़ोसीयों को बुलाकर घर के अन्दर जाकर देखा. जहां कमरे में रखी अलमारी खुली हुई थी. अलमारी का लाकर टूटा हुआ था. लाकर में रखा सोना चांदी का जेवरात और नगदी रकम गायब हो गए थे.
विशेष टीम का किया गठन: शिकायतकर्ता की रिपोर्ट पर थाना केल्हारी में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया. मामले की जानकारी तत्काल पुलिस अधीक्षक को भी दी गई. प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुये अज्ञात आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये एक विशेष टीम गठित कर जांच शुरू की गई.
पुलिस ने मुखबिरों को किया सक्रिय: पुलिस ने मामले की जांच के लए मुखबिरों को सक्रिय किया. जिसके बाद संदिग्ध संदीप कुमार चक्रधारी को पकड़कर उससे पूछताछ की गई. तब उसने बताया कि उसने अपने साथी अखिलेश टांडिया और अंकुश पुरी के साथ मिलकर रमेश शुक्ला के यहां चोरी करने का प्लान बनाया. अखिलेश ने बताया की उन्हें पता चला कि 4 नवम्बर 2022 को रमेश गुरुजी बाहर गये हैं और घर में उनकी पत्नी के अलावा और कोई नहीं है.जिसके बाद शाम करीब सात बजे घर में ताला देख तीनों घर के पीछे बाथरूम के पास से चढ़कर घर के अंदर घुस गए. जहां उन्होंने कमरे में रखे आलमारी को खोलकर उसमें रखे सोने चांदी का जेवर चोरी कर लिए. जिसके बाद दूसरी आलमारी नहीं खुलने से उन्होंने घर के अंदर ही पड़े लोहे कुदाल से आलमारी के लॉक को तोड़ दिया. फिर उन्होंने आलमारी में रखे सोने चांदी के जेवर और पांच हजार रूपये नगद चोरी कर लिये. चोरों ने चोरी के जेवर और नगदी पैसा को आपस में बांट लिया.