एमसीबी: मनेंद्रगढ़ नगर पालिका में कांग्रेस के पार्षदों ने मनेंद्रगढ़ तहसीलदार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर दी है. कांग्रेसी पार्षदों ने तहसीलदार के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं. इन आरोपों में गलत तरीके से जनता को परेशान करने का आरोप है. इसके बाद पार्षदों ने एसडीएम को सीएम भूपेश के नाम ज्ञापन सौंपा है.
तहसीलदार पर रिश्वत मांगने का आरोप : पार्षदों का आरोप है कि ''मनेंद्रगढ़ तहसीलदार अपने अंदर काम करने वाले कर्मचारियों के जरिए तहसील कार्यालय में पहुंचे हितग्राहियों से उनके काम के बदले रिश्वत की मांग करते हैं. पैसा न देने पर उनके कार्यों को बिना कारण खारिज कर दिया जाता है. तहसील ऑफिस के आवक -जावक शाखा के कर्मचारियों से हितग्राहियों को पैसों के लिए कहा जाता है.''
तहसीलदार ने बनाए अपने नियम : पार्षदों की मानें तो ''सीमांकन समेत दूसरे कार्य के आवेदन जमा करने से पहले हितग्राहियों को तहसीलदार के सामने प्रस्तुत होने के लिए कहा जाता है. तभी वह उनके आवेदन को जमा करते हैं. लेकिन तहसीलदार की व्यस्तता के कारण दूरदराज से आए हितग्राहियों का आवेदन जमा करने में काफी समय लगता है.हितग्राही यदि जनप्रतिनिधि, पंच, सरपंच या पार्षदों के माध्यम से उनके साथ आवेदन लेकर प्रस्तुत होते हैं तो आवेदन को लेने से मना किया जाता है.''
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पार्षद को जेल भिजवाने की दी धमकी : एक पार्षद को तहसीलदार ने जेल भिजवाने की भी धमकी दी है. कांग्रेस पार्षदों ने तहसीलदार की शिकायत करते हुए कहा है कि इस प्रकार के अवैधानिक तरीके से जनता काफी परेशान है. ऐसा लग रहा है कि तहसीलदार कांग्रेस सरकार की छवि को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं. कांग्रेसी पार्षदों ने अपने ज्ञापन के माध्यम से तहसीलदार के ऊपर कड़ी कार्यवाही किए जाने की मांग की है.