कोरिया: एक तरफ सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा रही है, तो वहीं दूसरी ओर शिक्षा व्यवस्था बद से बदतर हैं. मनेंद्रगढ़ में चनवारीडांड़ के स्कूलों में व्यवस्थाएं बदहाल हैं. यहां न तो पीने के लिए साफ पानी है, न ही स्कूल में बच्चों के लिए सुविधाएं, स्कूल के बच्चे मध्यान्ह भोजन खाकर थाली को गंदे पानी से धो रहे हैं.
जब ETV भारत की टीम ने बच्चों से बातचीत की, तो उन्होंने कहा कि स्कूल में पानी की सुविधा नहीं होने के कारण कुआंनुमा गड्ढे में थाली धोनाा पड़ रहा है. बच्चे ने बताया कि उस गड्ढे के गंदे पानी में उनकी 'मैम' थाली धोने के लिए बोली हैं, जिससे वह रोज वहीं से थाली धो कर ले जाते हैं. वहीं जब ETV भारत की टीम खंड शिक्षा अधिकारी से बात की, तो उन्होंने जांच के बाद व्यवस्था ठीक करने की बात कही है.
![Naunihal washes the plate with dirty water in koriya](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-kra-01-bachche-pkg-cg10018_11032020095944_1103f_1583900984_222.jpg)
बच्चों के स्वास्थ्य से हो रहा खिलवाड़
स्कूली शिक्षा की बदहाली बीमारी को न्योता दे रही है. यहां पीने के लिए साफ पानी नहीं है. वहीं गंदे पानी से थाली धोने पर बच्चों को कोई भी घातक बीमारी हो सकती है. बच्चे अक्सर स्कूल से दूर थाली धोने जाते हैं, जिससे वे कभी भी हादसे का शिकार हो सकते हैं, लेकिन स्कूल प्रबधंन इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है.
बच्चों को पीने के लिए साफ पानी उपलब्ध नहीं
बता दें कि खंड शिक्षा अधिकारी के अनुसार यह स्कूल 2013 से संचालित किया रहा है, लेकिन स्कूल में अभी तक बच्चों को पीने के लिए साफ पानी उपलब्ध नहीं है.