कोरिया : जिला मुख्यालय से आठ किलोमीटर दूर स्थित ग्राम गौठान मझगंवा को रीपा योजना के तहत युवा उद्यमिता का केंद्र बनाते हुए यहां गोबर से पेंट बनाने की इकाई लगाइ गई है. इसके लिए यहां काम कर रही प्रगति स्व सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षित कर पेंट बनाने का काम दिया गया है. महिला समूह की सदस्यों ने बताया कि '' बीते एक सप्ताह में इन्होंने 700 लीटर पेंट बनाया है. इसे सीमार्ट के माध्यम से खुले बाजार में बेचने के लिए रखा जा रहा है. सभी शासकीय कार्यालयों में भी आगामी रंग रोगन के लिए इसी रंग का इस्तेमाल होगा. इस गोबर पेंट यूनिट से 400 से 500 लीटर पेंट भी प्रतिदिन बनाया जा सकता है. वर्तमान में समूह की महिलाएं बाजार की मांग के आधार पर प्रतिदिन औसतन 100 से 200 लीटर पेंट तैयार कर रही हैं.
महिलाएं स्वरोजगार पाकर हैं खुश : महिला स्व सहायता समूह की सदस्य सूरज देवी ने बताया कि ''सारी महिलाएं मिलकर हम लोग गोबर खरीदी का काम करते हैं .सरकार के द्वारा फ्री में मशीन दिया गया है. इस काम से हम लोग बहुत खुश हैं. हम सरकार का बहुत-बहुत धन्यवाद आभार प्रकट करते हैं.महिला स्व सहायता समूह की महिला सदस्य सुमन राजवाड़ा ने बताया कि '' ग्राम पंचायत मजगोवा के गौठान पर गोबर से खाद बनाने का काम कर रहे हैं. इसके ट्रेनिंग के लिए हम लोग 5 दिनों के लिए जयपुर गए थे. हम लोग आकर यहां समूह की महिलाओं को सिखा रहे हैं . पेंट बनाने के लिए सरकार की तरफ से हम लोगों में मशीन मिला हुआ है. जिससे पेंट बनाने का सभी महिलाएं काम कर रहे हैं और समूह की महिलाएं बहुत खुश है कि हम लोगों को रोजगार मिला है. इसलिए सारी महिलाएं और मैं सरकार का बहुत-बहुत आभार और धन्यवाद करती हूं.''
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जिला प्रशासन ने काम को सराहा : जिला पंचायत सीईओ नम्रता जैन ने बताया कि '' महिलाओं को जयपुर राजस्थान में गोबर से पेंट बनाने का प्रशिक्षण दिलाया गया है और यहां बनने वाले उत्पाद को राष्ट्रीय स्तर का बाजार उपलब्ध कराने के लिए खादी इंडिया से जोड़ा गया है ताकि बड़े पैमाने पर उत्पाद को बाजार की उपलब्धता बनी रहे. आने वाले समय में यह कार्य कोरिया के लिए नई पहचान बनेगा.कलेक्टर विनय लंगेह और जिला पंचायत सीईओ नम्रता जैन का कहना है कि जल्द ही जिले के सभी शासकीय कार्यालयों का रंग रोगन गोबर से निर्मित पेंट से किया जाएगा.''