कोरिया: दीपावली छठ और मतदान के महापर्व के बाद अब किसान धीरे धीरे खेतों का रुख करने लगे हैं. 7 तारीख को चुनाव से पहले चरण से लेकर छठ पूजा तक किसान खेतों से दूर थे. मतदान और त्योहारों के खत्म होते ही किसान अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में लौट रहे हैं. प्रदेश में धान खरीदी के बैनर पोस्टर भी लग गए हैं. किसान अपना-अपना धान लेकर खरीदी केंद्रों पर जाने की तैयारी में भी जुट गए हैं. कोरिया जिले में इस बार किसानों से धान खरीदी के लिए 22 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं.
1 नवंबर से छत्तीसगढ़ में धान तिहार: दरअसल, छत्तीसगढ़ में 1 नवंबर से ही धान तिहार की शुरूआत हो गई है. इस साल पंजीकृत किसानों की संख्या 22 हजार 282 बताई गई है. जबकि धान बोए गए रकबा लगभग 29 हजार 771 हेक्टेयर है. वहीं, धान खरीदी के लिए 22 केन्द्र बनाए गए हैं.जिले के किसान त्यौहार के बाद खेतों में नजर आ रहे हैं. किसानों के लिए 5 हजार 683 बारदाना उपलब्ध है.
पिछले 20 दिनों में हुई 115 मीट्रिक टन धान खरीदी: बताया जा रहा है कि इस बार भारी मात्रा में किसान धान की खरीदी करेंगे. पिछले साल 94 हजार मीट्रिक टन धान खरीदी की गई थी. जबकि इस साल 1 लाख 13 हजार 666 मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है. कोरिया में पिछले 20 दिनों में करीब 115 मीट्रिक टन धान खरीदी की गई है.
बता दें कि छत्तीसगढ़ में इस बार बायोमेट्रिक सिस्टम से धान खरीदी की जा रही है. यही कारण है कि कई क्षेत्रों में ये सिस्टम किसानों के लिए भी सिर दर्द बन गया है. पहुंच विहीन क्षेत्रों में नेटवर्क में आ रही परेशानी के कारण भी किसानों को काफी समस्या हो रही है.