जनकपुर/कोरिया: मरवाही को नगर पंचायत बनाए जाने की घोषणा के बाद एक बार फिर कोरिया जिले की जनकपुर ग्राम पंचायत को नगर पंचायत बनाने की मांग उठने लगी है. जनकपुर को नगर पंचायत बनाए जाने की घोषणा सबसे पहले कांग्रेस सरकार के दौरान छतीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने की थी. पूर्व सीएम अजीत जोगी जनकपुर क्षेत्र के दौरे पर आए थे, इसी दौरान उन्होंने ये बात कही थी, लेकिन जनकपुर को आज तक नगर पंचायत का दर्जा नहीं मिल सका.
छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनने के बाद क्षेत्र के बीजेपी विधायक फूलचंद सिंह ने भी भरतपुर और भगवानपुर ग्राम पंचायत को जनकपुर के साथ मिलाकर नगर पंचायत बनाने प्रयास किया था, लेकिन पंचायत की एनओसी नहीं मिलने और दूरी होने के चलते जनकपुर नगर पंचायत नहीं बन सका.
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जनकपुर में भरतपुर ब्लॉक के सभी सरकारी कार्यालय स्तिथ है. यहां सभी प्रकार की मूलभूत सुविधाएं भी मौजूद हैं. जनकपुर से एमपी के शहडोल और सीधी के लिए सीधा मुख्य मार्ग है. जनकपुर में साफ सफाई की समस्या के अलावा अलावा ग्राम पंचायत को मिलने वाला बजट भी पर्याप्त नहीं है. ऐसे में नगर पंचायत बनाए जाने से विकास कार्यों के लिए बजट भी मिलने लगेगा और साफ सफाई के लिए संसाधन भी मिल सकेंगे.
कांग्रेस सरकार से उम्मीद
यहां के व्यापार संघ के अध्यक्ष राजेश मिश्रा का कहना है कि जनकपुर बड़ी ग्राम पंचायत है. इसे अब नगर पंचायत बनाया जाना जरूरी हो गया है. पंचायत के उपसरपंच और विधायक प्रतिनिधि अंकुर सिंह भी नगर पंचायत बनाए जाने की मांग को सही बता रहे हैं. उन्हें उम्मीद है कि कांग्रेस की वर्तमान सरकार जनकपुर को नगर पंचायत जल्द बनाएगी.