एमसीबी: Ardan Dam of manendragarh आप को बता दे कि मनेंद्रगढ़ वन मण्डल द्वारा ग्राम भौता में 65 लाख की लागत से एक डैम का निर्माण कराया गया. जो कि छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश द्वारा आठ माह पूर्व वर्चुअल लोकार्पण किया गया था वहीं अब डेम में दरार आने से किसानों पर डर बना हुआ है. पूर्व में इसी स्थल में 2019 में बने तलब के फूटने से किसानों की कई एकड़ फसल बर्बाद हुई थी. manendragarh news update
डेम के मेढ़ में दरार:मनेंद्रगढ़ के पूर्व विधायक ने भी आरोप लगाया था कि "कांग्रेस की सरकार में भ्रष्टाचार केवल भौता में नही बल्कि पूरे प्रदेश में चरम पर है. जहां एक और डैम में दरार आई है. ये मेरे विधानसभा क्षेत्र का अच्छा गांव है. वहां डैम की आवश्यकता है. परन्तु आप लोगो के माध्यम से देखने को मिला है की डैम के मेढ़ में दरार आने से फट गया है. यह कहा जाये तो भ्रष्टाचार हुआ है. लाखों रुपये के डैम में आने वाली बारिश में बचेगा कि नहीं. यह कहा भी नहीं जा सकता."
"जांच अधिकारी ने ऊपर ऊपर से किया परीक्षण": पूर्व विधायक ने आगे कहा लेकिन देखने वाली बात तो यह है की "जांच में आए जांच अधिकारी को डैम में दरारे नहीं दिखी. ऊपर ऊपर से देख कर परीक्षण कर लिया. क्या 65 लाख में जो डैम बनाया गया है. उस डैम में आखिरकार इतनी लागत क्यों लगई गई है. किस कारण से इतनी लागत लगाकर स्टेम को बनाया गया. इस संबंध में जांच अधिकारी कुछ नहीं बोले बस ऊपर ऊपर से परीक्षण कर जांच अधिकारी के द्वारा सही बताते हुए चले गए. कहीं ना कहीं किसी प्रकार की कोई मिली जुली भगत सामने आता है. भ्रष्टाचार को रोकने के बजाय बढ़ावा दिया जा रहा है अधिकारियों के द्वारा."
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"जांच में नहीं पाई गई अनियमितताएं": वन रक्षक सरगुजा नवीद सीलाउद्दीन ने कहा कि "इस डैम को जांच करने आए अधिकारी से हमने जानना चाहा कि किस प्रकार की इस डैम में अनियमितताएं देखीं. जिस पर जांच अधिकारी के द्वारा कहा गया कि डैम में जो लागत लगी है. उस लागत में बनाए गए डैम पूर्ण रूप से डैम को सही रूप से डैम का निर्माण कराया गया है. इस पर कहीं पर भी अनियमितताएं नहीं पाई गई हैं. जो हमारे जांच में आया है. पूर्ण रूप से सही तौर पर इस डैम को बनवाया गया है."