कोरिया : मनेंद्रगढ़ की जनता की वर्षों पुरानी मांग पर जल्द ही मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जाएगी. जिले में मेडिकल कॉलेज बनने से पढ़ाई के लिए छात्रों को बाहर नहीं जाना पड़ेगा. कॉलेज के बनने से आसपास के लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे. प्रशासनिक अमले ने मेडिकल कॉलेज के लिए चैनपुर में चयनित 65 एकड़ जमीन की नापजोख का काम शुरू कर दिया गया है. भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत चैनपुर में 65 एकड़ सरकारी जमीन पर मेडिकल कॉलेज की नींव रखी जाएगी, जो चयनित स्थल मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी के पास है.
पढ़ें- न्यू ईयर के कार्यक्रमों को लेकर गाइडलाइन जारी
मनेन्द्रगढ़ में बहुप्रतीक्षित मेडिकल कॉलेज का सपना जल्द ही पूरा होता दिख रहा है. जमीन का चयन हो चुका है, निरीक्षण के बाद जल्द भूमिपूजन किया जाएगा. भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो ने कहा कि क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज की मांग कई वर्षों से की जा रही थी, लेकिन पूर्व की भाजपा सरकार और उसके विधायकों ने इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं की. यही वजह है कि यहां स्वास्थ्य सुविधाओं में काफी कमी है. उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज के निर्माण के बाद यहां की जनता को उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी और लाखों लोगों को इसका लाभ मिलेगा.
साल 2011 में की थी घोषणा
साल 2011 में केंद्र सरकार के मंत्री ने मनेन्द्रगढ़ मेडिकल कॉलेज खोलने का ऐलान किया था. साल 2011 में चरचा कॉलरी में एक कार्यक्रम के दौरान तत्कालीन केंद्रीय राज्य मंत्री और वर्तमान में छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने मेडिकल कॉलेज खोले जाने की मांग की थी. कार्यक्रम में मौजूद तत्कालीन केंद्रीय कोयला मंत्री प्रकाश जायसवाल ने चरचा कॉलरी जिला कोरिया में एससीईएल के कार्यक्रम के दौरान मेडिकल कॉलेज खोले जाने का ऐलान किया था.
कोरिया सहित आसपास के क्षेत्रों को मिलेगा लाभ
मेडिकल कॉलेज के खुलने से प्रदेश में उच्च स्तरीय मेडिकल सुविधाएं बढ़ जाएंगी. मेडिकल कॉलेज कोयला मंत्रालय भारत सरकार के माध्यम से प्रस्तावित है. इसे सीएसआर मद से बनाना है. इसके लिए 200 करोड़ रुपये कोल इंडिया ने स्वीकृत भी किए हैं. मेडिकल कॉलेज की स्थापना से स्थानीय युवकों को रोजगार के अवसर मिलेंगे.