कोरिया: भरतपुर विकासखंड के बहरासी में बने बांध में सिंघोर नदी का पानी बीते 8 दिनों से बंद कर दिया गया है. इस भीषण गर्मी में पानी रोकने से इलाके के लोगों के साथ जीव-जंतु भी परेशान हो रहे हैं. पानी नहीं छोड़े जाने से खाडाखोह के ग्रामीण नाराज हैं, क्योंकि इस भीषण गर्मी में पानी की कमी से मवेशियों को पीने का पानी नहीं मिल रहा है. पानी नहीं मिलने के कारण गांव में अब तक तीन-चार मवेशियों की मौत हो गई है.
ग्रामीणों का आरोप है कि जल संसाधन विभाग सिंघोर नदी में वाटर लेवल बढ़ने के लिए पानी रोकने की बात कह रहा है, जबकि सिंघोर नदी में बांध बनने से इस इलाके में रहने वाले किसी को कोई लाभ नहीं मिला है. किसानों को इस बांध से एक बूंद पानी नहीं मिल पाया है.
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ग्रामीणों ने बताया कि बांध के गेट से 24 घंटा पानी बहता रहता है, जिससे बांध में पानी नहीं रुक पा रहा है. ग्रामीण नदी में बांध बनाने वाले इंजीनियर पर भी आरोप लगाते हुए बांध के डिजाइन को गलत बताया है. ग्रामीणों का कहना है कि करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद भी इस बांध का पानी नहर तक नहीं पहुंच रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि पानी नहर के पाइप लाइन तक पहुंच भी जाता है तो उन्हें इसका लाभ नहीं मिल पाता है. इस संबंध में जब जल संसाधन के एसडीओ से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जनप्रतिनिधियों के कहने पर डैम का गेट खोला गया है.