कोरिया: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर जिले में कई विकास कार्यों का भूमिपूजन भी किया. जिसमें नगर पालिका परिषद बैकुंठपुर के लिये 7.63 करोड़, नगरपालिका परिषद शिवपुर-चरचा के लिये 2.86 करोड़ के विभिन्न विकास कार्यों सहित 50 लाख की लागत के बैकुण्ठपुर सर्व आदिवासी समाज सामुदायिक भवन सहित कुल 10.99 करोड़ के विकास कार्यों का भूमिपूजन शामिल था.
सीएम ने किया नमन: मुख्यमंत्री बघेल ने इस मौके पर डॉ रामचंद्र सिंहदेव के साथ बीते राजनीतिक और व्यक्तिगत जीवन के अनुभव साझा किए. उन्होंने डॉ सिंहदेव के बहुआयामी व्यक्तित्व का परिचय दिया. इसके साथ ही कुशल राजनीतिज्ञ, बेहतरीन जलप्रबंधन के जानकार और कल्याणकारी योजना में उन्हें माहिर बताया. सीएम ने रामचंद्र सिंहदेव को नमन किया.
"उन्हें महापुरुष कहें तो गलत नहीं होगा": बैकुंठपुर विधायक और संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने बताया कि "आज सच में ऐतिहासिक दिन है. आज डॉ रामचंद्र सिंहदेव की जयंती है. अगर हम उन्हें महापुरुष कहें तो गलत नहीं होगा. हम सभी क्षेत्रवासियों ने उनसे कुछ ना कुछ सीखा ही है. उनके जीवन को देखते हुए हम आज भी अपने आप को सुधारने की कोशिश करते हैं."
"हम सब को समय समय पर गाइड करते थे": शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बताया कि "कोरिया कुमार हम सब को समय समय पर गाइड करते थे. वे भेंट के लिए बुलाते भी थे. एक कुशल प्रशासक थे. आज प्रदेश में जितने बांध बने हैं, रोड बने हैं. सब उन्हीं की देन हैं. उन्होंने कई किताबें भी लिखी. वे काफी चिंतनशील व्यक्ति भी थे."
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कुशल राजनीतिज्ञ थे डॉ सिंहदेव: "कोरिया कुमार" के नाम से विख्यात स्व. डॉ. रामचंद्र सिंहदेव का जन्म जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर में 13 फरवरी 1930 को हुआ. डॉ सिंहदेव 1967 से 2000 तक अविभाजित मध्यप्रदेश में विधानसभा के सदस्य, मंत्री और राज्य योजना मंडल के उपाध्यक्ष रहे. मध्यप्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ बनने के पश्चात वे राज्य के पहले वित्तमंत्री बने. उनकी स्कूली शिक्षा राजकुमार कॉलेज रायपुर और उच्च शिक्षा इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हुई. जहां से उन्होंने रसायनशास्त्र में एमएससी और समाजशास्त्र में पीएचडी की उपाधियां प्राप्त कीं. जर्मनी स्थित अंतरराष्ट्रीय संस्था ने कुशल जलप्रबंधन के लिए उन्हें सम्मानित किया था.