कोरिया: बैकुंठपुर नगर पालिका परिषद ने राम मंदिर के पास मौजूद प्राचीन जोड़ा तालाब के गहरीकरण और सौंदर्यीकरण का काम कराया है. जिला प्रशासन ने डीएमएफ मद से इसके लिए राशि स्वीकृत की थी. इस तालाब में करवाए गए कामों को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि तालाब गहरीकरण और सौंदर्यकरण के नाम पर भ्रष्टाचार हुआ है.
RTI कार्यकर्ता अनुराग दुबे का कहना है कि अस्सी लाख रुपए खर्च करने के बाद भी तालाब की हालत जस की तस है. साल भर धार्मिक कार्यक्रमों में इस तालाब में लोगों का पूजा पाठ के लिए आना जाना लगा रहता है, लेकिन लोगों के घरों से निकलने वाले सैप्टिक टैंक का पानी भी इसी तालाब में आ रहा है. पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष और भाजपा नेता शैलेश शिवहरे ने तालाब में एक करोड़ से ज्यादा राशि खर्च कर देने की बात कही है. साथ ही भ्रष्टाचार किए जाने का आरोप लगाया है.
तालाब में घाट और लाइटिंग का काम किया जाना है
नगर पालिका ने प्राचीन जोड़ा तालाब की सफाई की ओर इस ओर ध्यान नहीं दिया है. बैकुंठपुर के नगर पालिका के अध्यक्ष अशोक जायसवाल ने आरोप लगाने वाले लोगों से पूछा है कि अस्सी लाख और एक करोड़ रुपए आया कहां से पहले ये बताएं. उन्होंने तालाब के काम के लिए बत्तीस लाख रुपए की स्वीकृति मिलने और कुल तेरह लाख रुपए का भुगतान किए जाने की बात कही है. साथ ही यह भी बताया कि अभी बचे हुए पैसे से तालाब में घाट और लाइटिंग का काम किया जाना है.