कोरियाः जिले के भरतपुर ब्लॉक मुख्यालय के जनकपुर में एक किसान नाराज होकर सड़क पर सारा दूध बहा दिया. दूध बेचने वाले किसान ने पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में दूध बहा दी. दूध व्यापारी ने प्रशासन की कार्रवाई से नाराज होकर दूध को सड़क पर बहा दिया.
क्या है पूरा मामला ?
जिला प्रशासन की टीम ने दूध व्यापारी से वैक्सीनेशन की जानकारी मांगी गई. इसपर दूध व्यापारी रमाशंकर मिश्रा ने कैंसर पीड़ित होने की बात कह वैक्सीन नहीं लगवाने की जानकारी दी. उसका कहना था कि वे डॉक्टर की सलाह के बाद ही वह टीका लगवाएगा. इसके बाद प्रशासन की टीम ने किसान पर 500 रुपए की चालानी कार्रवाई कर दी. जिससे नाराज होकर दूध विक्रेता ने सारा दूध सड़क पर गिरा दिया. एक दिन पहले पुलिस ने युवक को थाने में भी बिठाये रखा था.
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SDM ने जानकारी से किया इंकार
जनकपुर SDM आरपी चौहान ने दूध व्यापारी के सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि कोई भी दूध वाले को परेशान नहीं कर रहा था. ना ही किसी ने टीका लगवाने के लिए कोई दबाव बनाया है. उन्होंने कहा कि जांच के दौरान जो बातें सभी से पूछी जाती है, वहीं बात उससे से पूछी गई थी. एसडीएम ने कहा कि उन्हें मालूम नहीं है कि उसे केंसर है या नहीं.
चालानी कार्रवाई से नाराज दूध व्यापारी ने बहाया दूध
लॉकडाउन के कारण जिला प्रशासन की टीम जगह-जगह बैरिकेडिंग लगा जांच कर रही है. इस दौरान बेवजह आने-जाने वालों पर कार्रवाई की जा रही है. जिन्हें कुछ समय की छूट मिली है, उनसे भी वैक्सीनेशन और परमिशन को लेकर पूछताछ की जा रही है. ऐसे में प्रशासन नियम तोड़ने वालों पर चालानी कार्रवाई भी कर रही है. इसी दौरान दूध व्यापारी पर भी कार्रवाई की गई, इससे नराज होकर उसने दूध सड़क पर गिरा दिया.