कोरबा: कटघोरा, नगरपालिका क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 4 में चाइल्ड लाइन, महिला एवं बाल विकास विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने एक नाबालिग का बाल विवाह रुकवाने में कामयाबी पाई है. नाबालिग के परिवार से महिला-बाल विकास विकास के अफसरों ने इस बाबत एक शपथपत्र भी लिया है, जिसमे दुल्हन के बालिग होने तक शादी और विदाई नहीं करने का आश्वासन दिया है. नाबालिग दुल्हन के परिजन शुक्रवार को टीम के साथ सीडब्लूसी के सामने पेश होंगे.
नाबालिग का रुकवाया बाल विवाह
कटघोरा के महिला-बाल विकास विभाग को सूचना मिली थी कि क्षेत्र में रहने वाले एक परिवार में वैवाहिक कार्यक्रम सम्पन्न हो रहा है. यहां दुल्हन की आयु 18 वर्ष से कम है. स्कूली दस्तावेज की जांच में भी यह पाया गया कि दुल्हन की उम्र 17 वर्ष 11 माह व 22 दिन है. इस तरह नियमतः दुल्हन के बालिग होने में आठ दिन शेष हैं. परिजनों ने टीम की समझाइश पर अपनी सहमति दी और शादी नहीं करने की बात स्वीकारी. टीम ने उन्हें कहा है कि आगामी आठ दिन बाद वे दुल्हन की शादी कर उसे विदा कर सकते हैं.
गरियाबंद: बाल सरंक्षण की टीम ने रुकवाया बाल विवाह
दोनों पक्षों को दी गई समझाइश
इस समझाइश के पश्चात वधूपक्ष ने वर पक्ष को खाना खिलाकर विदा किया. इस बाल विवाह को रुकवाने में चाइल्ड लाइन की प्राइम मेम्बर भावना शुक्ला, सेंट्रल कोऑर्डिनेटर गणेश जायसवाल, महिला एवं बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक अनिता ऑडिल, पितर जाटवर, सुब्रा गोस्वामी, अन्य कार्यकर्ता, सहायिका और महिला पुलिसकर्मी मौजूद थे.